पहली बार मंत्री पद का शपथ लेने वाले बंसीधर बौध एक भूमिहीन दलित किसान हैं। यह सच है कि बंसीधर इतने गरीब हैं कि इनके पास अपनी कोई जमीन नहीं है। भूमिहीन होने के कारण सरकार ने उन्हें पट्टे पर 3.5 एकड़ जमीन दी हुई है, जिस पर वह स्वयं खेती करते हैं। वह बैलों के सहारे खुद ही खेत जोतते हैं। उनके पास टैक्टर नही है। ये भी सच है कि राजनीति मे ऐसे लोगों को आगे लाने की सोंच ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अन्य राजनीतिज्ञों की तुलना मे अधिक लोकप्रिय बना रही है।
बंसीधर बौध को बहराइच के बलहा विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी ने ही टिकट और पैसा देकर चुनाव लड़ाया था। बलहा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने बंसीधर बौध जमीन से जुडे़ नेता होने के कारण अपने क्षेत्र मे काफी लोकप्रिय हैं।