देहरादून, देश में अठारहवीं लोकसभा (लोस) के गठन के लिए सात चरणों में हुए मतदान के बाद अब चार जून को होने वाली मतगणना में लगभग पंद्रह घंटे बाकी हैं। मतगणना के इस काउंटडाउन में उत्तराखंड की सभी पांचों सीटों पर चुनाव मैदान में दम ठोंकने वाले प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। मतगणना के लिए जहां निर्वाचन आयोग ने पारदर्शी और निष्पक्ष मतगणना को सभी तैयारी पूरी कर ली है, वहीं प्रत्याशी भी बेताबी से चुनाव परिणामों का इंतजार कर रहे हैं।
राज्य में पहले चरण में 19 अप्रेल को मतदान हुआ था। इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी के रूप में सामने रहीं। जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अलावा निर्दलीय उम्मीदवार भी अपने भाग्य को आजमा रहे थे। निवर्तमान समय में सभी पांचों सीटों पर भाजपा काबिज है। इसमें पार्टी ने हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत का टिकट काट दिया। जिनके स्थान पर हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पौड़ी गढ़वाल से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी प्रत्याशी है। जबकि अल्मोडा-पिथौरागढ़ सीट पर निवर्तमान सांसद अजय टम्टा, नैनीताल-उधमसिंह नगर से केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, टिहरी गढ़वाल में सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह पर एक बार फिर भरोसा जताया।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने तीन सीटों पर नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा हुआ है। इनमें क्रमश: हरिद्वार में पहली बार वीरेंद्र सिंह रावत, पौड़ी में पूर्व विधायक गणेश गोदियाल और टिहरी से पूर्व विधायक जीत सिंह गुणसोला अपनी किस्मत का ताला खुलने के इंतजार में है। जबकि अल्मोड़ा में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, नैनीताल में प्रकाश जोशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। बसपा को हरिद्वार में जमील अहमद, नैनीताल-उधमसिंह नगर में अख्तर अली माहिगीर और टिहरी गढ़वाल सीट पर नेम चंद छुरियाल के बलबूते अपना खाता खोलने का इंतजार है। अब मंगलवार को दोपहर तक यह साफ हो जाएगा कि अठारहवीं लोकसभा में जनता किसको अपना सांसद चुनती है।