लखनऊ, समाजवादी पार्टी से विलय समाप्त होने के बाद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल ने सपा पर खुलकर वार किया है। लखनऊ में कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व सासंद अफजाल अंसारी ने कहा किअफजाल अंसारी ने शिवपाल सिंह यादव की तारीफ करते हुये कहा कि शिवपाल सिंह यादव पार्टी की बेहतरी के अलावा किसी भी विषय पर सोचते ही नहीं हैं। समाजवादी पार्टी ने उनको इस बार चुनाव प्रभारी भले ही बनाया है, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनको स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दे रहे हैं।
कौमी एकता दल का आरोप है कि अब समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह यादव तथा शिवपाल सिंह यादव का मतलब शून्य है। अब इनकी समाजवादी पार्टी में जरा भी कद्र नहीं हैं। लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कौमी एकता दल के विधायक और मुख़्तार के भाई अफजाल अंसारी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के कहने पर ही हमारी पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय हुआ था पर समाजवादी पार्टी से हमें एक बड़ा धोखा मिला है। उन्होंने कहा कि अम्बिका चौधरी और बलराम यादव ने विलय में अहम भूमिका निभाई थी। इन दोनों ने ही 11 जून को मुलायम सिंह यादव के साथ हमारी भेंट कराई थी। विलय के मामले में मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश यादव के सामने झुक गए। अफजाल ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि कौमी एकता दल के विलय से पार्टी पूर्वांचल में मजबूत होगी। मुलायम सिंह ने साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने की बात कही थी। हमने राज्यसभा के चुनाव में भी इनको समर्थन दिया था। अफजाल ने कहा कि नेता जी ने कहा हम बिछड़ गए थे फिर एक हो जाएं, उन्होंने हमसे साम्प्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए कहा था। इसके बाद भी सपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में नेताजी अपने बेटे अखिलेश यादव के सामने झुक गए।
अफजाल ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ भारतीय जनता पार्टी मिलकर दंगे करवाना चाहती है। इतना ही नहीं प्रदेश की जनता के पैसों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां पर सारा पैसा अखिलेश यादव के गांव सैफई में खर्च हो रहा है। अफजाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी विधायक मुख्तार अंसारी की छवि को खराब करने के काम में लगी है। अफजाल ने कहा कि कांग्रेस के कमजोर होने की वजह से भारतीय जनता पार्टी भले ही थोड़ा मजबूत हुई है, लेकिन बिहार के साथ बंगाल और तमिलनाडु में इनको हार का स्वाद चखना पड़ा है। अफजाल ने कहा कि भाजपा किसी भी राज्य में क्षेत्रीय पार्टियों से जीत नहीं पा रही है। मुलायम सिंह यादव ने बिहार में अकेले चुनाव लड़कर बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की।