लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और विपक्षी दलों खासकर सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमें दायर करने सहित अन्य मुद्दों के विरोध में पार्टी के सभी विधायक 14 से 18 सितंबर तक विधानसभा भवन स्थित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना देंगे। पार्टी ने 19 सितंबर से शुरू हाे रहे विधान सभा के मानसून सत्र के मद्देनजर सत्तापक्ष पर दबाव बनाने के लिये विभिन्न मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
पार्टी की ओर से मंगलवार को जारी बयान के अनुसार 14 सितंबर को धरने का नेतृत्व सपा विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडे करेंगे। पाण्डेय ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 15 सितंबर को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, 16 सितंबर को पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद एवं इन्द्रजीत सरोज, 17 सितंबर को पार्टी के वरिष्ठ नेता राम अचल राजभर और 18 सितंबर को धरने का नेतृत्व पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी तथा पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह करेंगे।
पाण्डेय ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा की तरफ से विपक्षी दल के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं खासकर सपा के नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं। सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां के ऊपर गवाहों को धमकाने का झूठा मुकदमा लिखाया गया और जौहर विश्वविद्यालय चलाने में बाधा डाली जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकांश जिले सूखे से प्रभावित हैं लेकिन न तो अभी तक कोई जांच कराई गई है और नहीं सूखा प्रभावित किसानों को कोई मदद दी गई। जातीय जनगणना की मांग नहीं मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों काे सदन और सड़क पर उठाने के लिये धरना प्रदर्शन करेंगे।