मोहनराव ने कहा है कि सेना छह महीने में जितनी मिलिट्री तैयार करेगी, संघ तीन दिन में तैनात कर देगा. अगर कभी देश को जरूरत हो और संविधान इजाजत दे तो स्वयं सेवक मोर्चा संभालेंगे. आज को जिला स्कूल के मैदान में वे स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि संघ एक परिवार है. जिस दिन भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा इसमें सभी पद समाप्त हो जाएंगे. उसके बाद संघ एक परिवार के रूप में काम करता रहेगा.
छह दिन के प्रवास के अंतिम दिन संघ प्रमुख ने एक घंटे की बौद्धिक कार्यशाला में स्वयंसेवकों को शाखाओं में अधिक जाने पर जोर दिया. कहा कि हमें प्रत्येक दिन शाखा में जाना चाहिए. प्रत्येक दिन नहीं तो प्रत्येक सप्ताह या उससे भी ना हो माह में एक बार. अगर उससे भी ना हो तो संघ के मूल 6 कार्यक्रमों और ऐसी बौद्धिक कार्यशाला में निश्चित भाग लेना चाहिए. अच्छी चीजों को आदतों में शामिल करना चाहिए.