फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद जिले में डेंगू व वायरल बुखार का प्रकोप जारी है और सोमवार को मेडिकल कॉलेज में 116 नए मरीज पहुंचे,जिनकी सहूलियत के लिए नया वार्ड शुरू कर दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता अनेजा ने आज यहां यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि सोमवार को यहां 116 नए मरीज भर्ती किए गये हैं जबकि 74 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। यहां अभी 429 बुखार से पीड़ित भर्ती हैं। उन्होंने एक और बच्चे की मृत्यु की भी पुष्टि की है । इस बीमारी से 70 से अधिक मरीज काल के गाल में समा चुके हैं।
इस बीच जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह ने आज रामनगर, आजाद नगर, विशनु का नगला व झलकारी नगर आदि बुखार प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं चिकित्सा व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ने उन्होंने बीमार बच्चों के घर जाकर चल रहे उपचार व रिपोर्ट के बारे में जानकारी की। उन्होंने उनके परिजनों से कहा बच्चों को दवा की हैवी डोज न दिलवाऐं और अनाधिकृत चिकित्सक को न दिखाऐं। बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाऐं, ऑडोमास एवं मच्छरदानी का प्रयोग करें।
उन्होंने इस दौरान सभी जरूरतमंदों को ऑडोमॉस व मच्छरदानी का वितरण कराया। उन्होंने नगर निगम की टीम को निर्देशित किया कि वह जगह-जगह टूटी नालियों की मरम्मत करवाऐं और उनकी सफाई करवाऐं जिससे नाली का पानी नाले तक पहुंचता रहें। उन्होंने कहा कि जिन प्लॉटों में जलभराव है उनकी निकासी के साथ वहां इंसेक्टिसायडल एवं लार्वासाइडल जैसी कीटनाशक दवाओं तथा मिट्टी के तेल का छिडकाव निरंतर कराते रहें।
गौरतलब है कि फिरोजाबाद शहर के बाद डेंगू व वायरल बुखार का प्रकोप धीरे-धीरे अब गांव की ओर बढ़ता जा रहा है शिकोहाबाद और टूंडला क्षेत्र के कई गांवों में घर घर चारपाई पड़े होने की जानकारी मिल रही है हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर मरीजों को जांच और दवा वितरण की बात कही जा रही है लेकिन फिर भी परेशान मरीज उचित उपचार के लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इसलिए अधिकांश अस्पतालों में मरीजों की मारामारी सी मची हुई है सबसे चिंताजनक बात यह है कि डेंगू बुखार से अधिकांश बच्चे ही विशेष रूप से प्रभावित हो रहे हैं और मरने वालों में भी बच्चों की संख्या ही अधिक है रविवार को मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक महिला अपने बुखार से तपते बच्चे को इलाज के लिए लेकर आई लेकिन मेडिकल स्टाफ द्वारा उसे भर्ती नहीं किया,लेकिन जब सोशल मीडिया पर उस महिला और बच्चे का वीडियो वायरल हुआ तब कहीं जाकर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने उसे भर्ती कराया।