लखनऊ, मुख्यमंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही आदित्यनाथ योगी बेहद एक्शन में हैं। उन्होंने जहां नौकरशाहों के पेंच कसने शुरू कर दिए हैं, वहीं औचक निरीक्षण का भी सिलसिला जारी है। इसके साथ ही अपने मंत्रियों को उन्होंने जनहित में विकास कार्यों को तरजीह देते हुए सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर काम करने को कहा है। वहीं मुख्यमंत्री के स्वच्छता अभियान को तरजीह देने के बाद विभिन्न विभागों में स्वच्छता की शपथ भी दिलाई जा रही है।
इसी कड़ी में विभागों का बंटवारा होने के बाद अब प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने स्वच्छता मिशन को लेकर मिसाल पेश की है। इनमें राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी जब अपने कार्यालय पहुंचे तो उन्हें वहां गंदगी दिखाई दी। उन्होंने कर्मचारियों को इस बात के लिए डांट लगाई। इसके बाद वह झाड़ू लेकर स्वयं सफाई में जुट गये। मंत्री को झाड़ू लगाता देख आसपास से गुजर रहे लोग भी हैरत में पड़ गए, वहीं उनके साथ सफाई कर्मचारी कूड़ा इकट्ठा करने में जुट गया।
तिवारी ने कहा कि खुद झाड़ू उठाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि दफ्तर शुरू होने तक सफाई नहीं हुई थी। सफाई को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपने कार्यभार संभालने के साथ स्वास्थ्य भवन में कर्मचारियों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इसी तरह कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने परिवार कल्याण भवन में अधिकारियों-कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इसके अलावा अन्य मंत्रियों और अधिकारियों द्वारा भी स्वच्छता का संकल्प दिलाया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी मंत्री अपने कार्यालयों में स्वच्छता का ध्यान रखेंगे और इसके लिए शपथ दिलाई जायेगी। वहीं मुख्यमंत्री ने सरकारी दफ्तरों में पान-गुटखा के इस्तेमाल पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।