नयी दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों से देश के मूल्यों तथा परंपराओं से जुड़े रहते हुए नए तरीकों की पहचान करने और राष्ट्र को तेज गति से विकास के पथ पर आगे बढ़ने में सहायता करने की अपील की है।
राजनाथ सिंह ने शनिवार को यहां एनसीसी के गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया और कैडेटों को उनके असाधारण प्रदर्शन एवं कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए रक्षा मंत्री पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। इस वर्ष रक्षा मंत्री पदक पूर्वोत्तर क्षेत्र निदेशालय के अवर अधिकारी तिंगगेचिले नरीमे और राजस्थान निदेशालय के कैडेट अविनाश जांगिड़ को प्रदान किया गया। रक्षा मंत्री प्रशस्ति पत्र ओडिशा निदेशालय के कैप्टन प्रताप केशरी हरिचंदन, तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा अंडमान और निकोबार निदेशालय के कैडेट अवर अधिकारी जेनी फ्रांसिना विक्टर आनंद, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख निदेशालय के कैडेट फिजा शफी तथा उत्तराखंड निदेशालय के कैडेट सहवाग राणा को प्रदान किए गए।
रक्षा मंत्री ने शिविर में भाग ले रहे लगभग 2,000 कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि कैडेट देश को विकास के पथ पर तेजी से आगे बढने में मदद करें लेकिन देश के सदियों पुराने मूल्यों और परंपराओं से जुड़े रहें तथा अपनी पसंद के क्षेत्र में विनम्रता के साथ काम करें। बदलते समय के अनुसार खुद को ढालने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार तेजी से बदल रहे वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए राष्ट्र को तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि समय के साथ परिवर्तन जरूरी है, लेकिन देश के गौरवशाली अतीत से जुड़े रहना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अपनी संस्कृति और परंपराओं की जड़ों से जुड़े रहकर एक शक्तिशाली और समृद्ध भारत का निर्माण करना है।
राजनाथ सिंह ने युवाओं से ‘यूज एंड थ्रो’ की संकल्पना को खत्म करने की भी अपील की और बताया कि इस प्रथा के कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाज एवं पर्यावरण को सबसे अधिक हानि उठानी पड़ती है। पर्यावरण के विनाश को जीवन का विनाश करार देते हुए उन्होंने मुख्य रूप से युवाओं और राष्ट्र से वस्तुओं का यथासंभव पुन: उपयोग करने तथा प्रकृति के संरक्षण के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं को ‘यूज एंड थ्रो’ की संकल्पना को अपने व्यक्तिगत जीवन में प्रवेश नहीं करने देने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे बड़ों, परिवार तथा मित्रों का सम्मान करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जहां ज्ञान और शिक्षा महत्वपूर्ण हैं, वहीं जीवन मूल्यों का भी इसी के समान महत्व है।
रक्षा मंत्री ने कैडेटों से आग्रह किया कि वे ज्ञान प्राप्त करने और धन अर्जित करने पर जितना ध्यान देते हैं, उतना ही चरित्र निर्माण पर भी ध्यान दें। उन्होंने विश्वास जताया ,“ कैडेट अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और मूल्यों के साथ सफलता की ऊंचाइयों को छूएंगे और देश का नाम रोशन करेंगे। भारत की प्रगति का पथ युवाओं से होकर जाता है। हमारे युवा जितने मजबूत होंगे, हमारा देश उतना ही शक्तिशाली होगा।”
राजनाथ सिंह ने एक नेता, सैनिक, कलाकार और सबसे बढ़कर एक अच्छे इंसान के गुणों को विकसित करके अपने कैडेटों को एक सर्वगुणसंपन्न व्यक्तित्व में बदलने के लिए एनसीसी की सराहना की। उन्होंने कहा, “एनसीसी में सिखाई गई एकता, अनुशासन, सच्चाई, साहस, सद्भाव, नेतृत्व और टीमवर्क हमेशा हमारे देश का पथ-प्रदर्शक रहा है। कुछ सबसे महत्वपूर्ण गुण, जो एनसीसी अपने कैडेटों में आत्मसात करता है, वह एक वांछित लक्ष्य प्राप्त करने, टीम भावना का विकास करने और विफलता के डर से मुक्ति पाने के लिए दृढ़ संकल्प है। इससे न केवल युवा मन को अपना रास्ता बनाने में सहायता मिलती है, बल्कि यह समाज को एक नई दिशा भी प्रदान करता है। इन गुणों पर सदैव काम करते रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह एक व्यक्ति को लंबे समय तक परिपूर्ण और समग्र बनाता है।”