मुंबई, अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता दीया मिर्जा का कहना है कि सिर्फ फिल्म उद्योग ही नहीं बल्कि सभी पेशों और व्यवसायों में रूढ़िवाद मौजूद है, जहां लोग एक ही ढर्रे पर चल रहे हैं। एक पर्यावरण कार्यकर्ता दीया मिर्जा ने गुरुवार को यहां पावर वुमेंस सम्मेलन में कहा, जब मैं फिल्म उद्योग का हिस्सा बनी तो लोगों का मानना था कि अच्छे परिवार की लड़कियों को फिल्मों में काम नहीं करना चाहिए।
भले ही लोग कलाकारों पर प्यार बरसाते हैं लेकिन जब उनके परिवार से कोई कलाकार बनना चाहता है तो वह पागल हो जाते हैं और अभिनय का पेशा सही नहीं मानते। उन्होंने कहा, इसी तरह की रूढ़िवादी विचारधारा हर पेशे में मौजूद है। साहिल सांघा के साथ शादी के बंधन में बंध चुकीं दीया ने कहा, चाहे महिलाएं कितना भी पढ़ी लिखी हों, उन्हें अभिशाप माना जाता है।
लोगों को लगता है कि पति न होने के कारण वह घर नहीं चला सकती। इस तरह की सोच को खत्म करने की आवश्यकता है। हमें इस पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका समाधान सिर्फ पैसा है, अगर महिला वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर है तो वह स्थिति को आसानी से संभाल सकती है।