लखनऊ, लखनऊ से सुलतानपुर तक के सभी छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों में चढ़ने और उतरने में होने वाली दिक्कतों से यात्रियों को जल्द ही निजात मिल जाएगी। रेलवे इन स्टेशनों की ऊंचाई बढ़ाने के साथ बोगियों की क्षमता भी बढ़ाएगा। इस क्रम में रेलवे ने अनूपगंज और बक्कास सहित छोटे स्टेशनों पर काम शुरू कर दिया है। लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन डी-कैटेगरी के स्टेशनों को रेलवे अपग्रेड करेगा। इसके लिए लखनऊ से सुलतानपुर तक सभी छोटे स्टेशनों को चुना गया है।
यहां प्लेटफॉर्म इतने नीचे हैं कि यात्रियों को ट्रेनों में उतरने और चढ़ने में भी परेशानी होती है। रेलवे इन स्टेशनों की ऊंचाई बढ़ाने के साथ बोगियों की क्षमता भी बढ़ाएगा। ऐसे में लखनऊ से सुलतानपुर रूट पर मेमू ट्रेनों की संख्या भी अधिक बढ़ेगी। अधिकारी ने बताया कि राजधानी लखनऊ के विस्तार को देखते हुए भी इस रूट के छोटे स्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों के आधारभूत ढांचे में परिवर्तन के लिए बजट भी जारी कर दिया है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को इस प्रोजेक्ट का जिम्मा सौंपा गया है। फिलहाल उतरेठिया पर सबसे अधिक पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव है। जबकि यहां से सुलतानपुर रूट पर अनूपगंज और बक्कास स्टेशनों पर सुलतानपुर पैसेंजर और मेमू ट्रेनें अभी रुकती हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे 12 स्टेशनों के विस्तार का काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करेगा।