सिरसा,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फैडरेशन के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारी प्रदेश भर के सभी डिपूओं में 26 मार्च को दो घंटे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
केन्द्र तथा हरियाणा सरकार के परिवहन सहित सरकारी विभागों का निजीकरण करने, स्थाई रोजगार के अवसर समाप्त करने, प्राइवेट बसों से एकमुश्त फीस लेकर पूरे देश के सभी रूटों पर परमिट जारी करने, महंगाई, कृषि कानूनों को लेकर आमजन में रोष है।
संघ से संबन्धित हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सिरसा डिपो के प्रधान मदनलाल खोथ एवं डबवाली सब डिपो के प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर ने संयुक्त ब्यान में कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ाई जा रही हैं। देश में परिवहन सेवाओं पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों की लगातार वृद्धि से भारी बोझ पड़ रहा है। इसके साथ ही सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारण आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा लगातार विरोध को नजरअंदाज किया जा रहा है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार ने आगामी एक अप्रैल से वन नेशन-वन परमिट प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है। इस प्रकार प्राइवेट क्षेत्र में परमिट देने से हरियाणा रोडवेज व सभी देश भर का सरकारी परिवहन क्षेत्र बर्बाद हो जाएगा। मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन 2020 के सभी प्रावधानों को लागू किया जा रहा है। इस एक्ट के लागू होने से सरकारी परिवहन सेवा के निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा।
यूनियन के नेताओं ने आह्वान किया कि सरकारी परिवहन को बचाने के लिए एक बार फिर सभी संगठनों, कर्मचारियों, मजदूरों द्वारा निर्णायक व सांझा आन्दोलन करने की आवश्यकता है। यूनियन नेताओं ने बताया देशव्यापी आन्दोलन के समर्थन में एकजुटता प्रकट करते हुए निजीकरण, ठेका प्रथा आउटसोर्सिंग, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि, महंगाई व 1000 चालकों को सरप्लस करने का निर्णय वापस लेने, विभाग में सरकारी बसें शामिल करने व नई पेंशन स्कीम रद्द कर पुरानी पैंशन स्कीम लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, कोरोना महामारी के दौरान बसें खड़ी रहने व डीजल के दामों में भारी बढ़ौतरी से विभाग के घाटे की भरपाई के लिए 1000 करोड़ रुपये का पैकेज देने, पांच वर्ष के बकाया बोनस का भुगतान करने, कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आन्दोलन के समर्थन में एवं लम्बित मांगों को लेकर 26 मार्च को प्रदेशभर के सभी डिपूओं में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक दो घंटे विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।