एक बार इस बात पर गौर कीजिए कि दिन भर में आप कितनी चीजें को हाथ लगाते हैं जैसे टेबल, फोन, मोबाइल, परदे, खिड़की, दरवाजे, पेन और चाबियां। घर से लेकर बाहर तक न जाने कितनी चीजों का दिन भर हाथ लगाना पड़ता है, जिन्हें गिनना भी मुश्किल है। ऐसी चीजों पर मौजूद कीटाणु आपके हाथ से होते हुए आपके मुंह द्वारा शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। उन सारे खाने-पीने की चीजों को याद कीजिए, जिन्हें आप हाथ से खाते हैं। इससे कीटाणु सीधे आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
दिन भर हाथ में दस्ताने पहन कर काम करना यों भी मुश्किल होता हैं क्योंकि इन कीटाणुओं से तभी बचा जा सकता है। मगर एक उपाय और भी है, जिससे इन कीटाणुओं से होने वाली बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है वह है- हैंडवाश। हैंडवाश यानी हाथ को ठीक से धोना ही इन कीटाणुओं से बचने का एकमात्र उपाय है। मगर एक हकीकत यह भी है कि बच्चे तो छोड़िए बड़े भी ठीक से हाथ धोना नहीं जानते। बीते साल हेल्दी हैंड वाश डे मनाया गया था। तब लगभग पांच लाख बच्चों को ठीक से हाथ धोना सिखाया गया। क्योंकि बच्चे जल्दी बीमार होते हैं।
हर साल लगभग 40 लाख से भी ज्यादा बच्चे दस्त के कारण संक्रमण के शिकार हो जाते हैं। जिससे उनके मौत तक हो जाती है। इनमें पांच साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या ज्यादा होती है। गंदे हाथों से फैलने वाली बीमारियों में अतिसार इंफ्लुएंजा, जुकाम और आंखों में इंफेक्शन और सांस के रोग सामान्य हैं। गंदे हाथों से छोटे बच्चों में दस्त होने की समस्या सामान्य है। दस्त से हुए संक्रमण से बच्चों की जान भी चली जाती है। हेल्दी हैंड वाश की आदत बच्चों को ऐसी जानलेवा बीमारी से बचाने में मदद करती है। हेल्दी हैंड वाश का तरीका शायद ही लोगों को पता होगा।
अक्सर टीवी पर हैंडवाश का विज्ञापन बच्चों को भ्रमित करता हैं। दस सेकेंड में हाथ साफ करने की सलाह वाला विज्ञापन भ्रामक है। अच्छी तरह हाथ धोना बचपन से ही सिखाना जरूरी है। पर साथ में हैंडवाश के लिए साधारण साबुन और मिट्टी इस्तेमाल करना गलत है। इससे हाथ के कीटाणु मरते नहीं बल्कि और बढ़ जाते हैं साथ ही बीमारी भी फैलती है। हाथ धोने के लिए लिक्विड साबुन का ही प्रयोग करें। अगर आप यह सोचते हैं कि किसी भी बीमारी के लिए एंटीबायोटिक देना सबसे बेहतर तरीका है, तो आपको एक बार फिर से सोचना चाहिए। बीमारी फैलाने वाले कीटाणु से बचने का सबसे बेहतर तरीका है हेल्दी हैंड वाश।
यानी अच्छी तरह हाथ धोना। खाने से पहले, शौच के बाद या किसी भी काम के बाद हाथ जरूर धोना चाहिए। अगर आप किसी घाव या चोट को छू रहे हैं, तो अपने हाथ जरूर धोएं। होटल, रेस्टोरेंट, लाइब्रेरी, कम्प्यूटर वगैरह में किसी भी चीज का इस्तेमाल करने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं। हाथ धोने का मतलब यह नहीं कि सिर्फ पानी से धो लें। हाथ धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल करें और हाथ को अच्छी तरह रगड़ कर धोएं ताकि धूल-मिट्टी निकल जाएं। हाथ धोने के लिए लिक्विड सोप का इस्तेमाल सबसे बेहतर तरीका है। ढंग से हाथ धोने से करीब 99 फीसद कीटाणु निकल जाते हैं। आज बाजार में कई तरह के हैंडवाश हैं, जिन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है। साफ व स्वच्छ हाथ ही आपको बीमारियों से बचा सकते हैं।