नयी दिल्ली , सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में वामदलों का भी तंबू पूरी तरह उखड़ गया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का किला पश्चिम बंगाल में पहले ही ढह गया थाए लेकिन इस चुनाव में राज्य से उसका अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया है।
कमोबेश यही हाल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ;भाकपाद्ध का भी है क्योंकि उसका राष्ट्रीय स्टार कन्हैया कुमार बिहार की बेगुसराय सीट पर बुरी हार का सामना कर रहा है जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान भी उत्तर प्रदेश की घोसी सीट से पराजित हो गये हैं। माकपा अपने गढ़ केरल में भी शिकस्त खा रही है और वहाँ वह केवल एक सीट पर आगे है। वह तमिलनाडु में दो सीट पर आगे चल रही है। गौरतलब है कि तमिलनाडु में माकपा ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम के साथ चुनावी समझौता किया था। पार्टी ने पश्चिम बंगाल में 40 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये थेए लेकिन उसे एक भी सीट नहीं मिली। केरल में उसका एलडीएफ के साथ गठबंधन था।
भाकपा तमिलनाडु में एक सीट पर विजयी हुई है जबकि एक अन्य सीट पर वह आगे चल रही है। उसे आँध्र प्रदेश और पुडुचेरी में भी एक भी सीट नहीं मिली है। बेगुसराय में केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने श्री कन्हैया कुमार को 4,22,217 मतों से हरा दिया। श्री सिंह को 6,92,193 मत मिले जबकि 2,69,976 मतों के साथ श्री कुमार दूसरे स्थान पर रहे।