
भट्ट ने कहा, हम फिल्मकार इसलिए बनते हैं, ताकि हम अपनी कहानियां सुना सकें। दुर्भाग्य से हम अर्थव्यवस्था के कारण फंस गए हैं। हम केवल ऐसी फिल्म बना सकते हैं, जिसे कोई स्टार करना चाहता है, जिसका कोई निर्माता निर्माण करना चाहता है। इसकी नतीजा यह होता है कि हम ऐसी कहानियां नहीं लिख पाते जो हम करना चाहते हैं। उन्होंने सोनीएलआईवी की तारीफ करते हुए गकहा कि वे ऐसा विचार लेकर सामने आए। उनके संग्रह की एक कहानी भी इस शो का हिस्सा है।
विक्रम ने कहा आजकल हर कोई कह रहा है कि फिल्म बनाना काफी महंगा होता जा रहा है। मैं ऐसे टिवट्स और बातें पढ़ता रहता हूं कि उद्योग को फिल्म बनाने के लिए काफी अधिक धन की जरूरत होती है। इसलिए इस समय मैं सामने आकर कहता हूं कि चलो, वेब की तरफ चलें। भट्ट अपनी हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनका कहना है कि उन्हें पौराणिक कहानियां काफी पसंद आती हैं, खासकर भगवान कृष्ण से जुड़ी कहानियां।