नई दिल्ली, शनिवार को सरकार की तरफ से आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है कि बजट तय समय पर ही पेश किया जाएगा। विपक्ष की आपत्ति का भी सरकार पर कोई असर नहीं हुआ। दरअसल विपक्ष की मांग पर चुनाव आयोग ने सरकार को एक पत्र लिखकर जवाब मांगा था कि वो बजट की तारीख 31 मार्च के बजाय 8 मार्च के बाद यानी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वोटिंग होने के बाद पेश करें।
सरकार की ओर से जारी आधिकारिक अधिसूचनाओं के अनुसार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 31 जनवरी को राज्यसभा और लोकसभा की बैठक बुलाई है, जहां वो दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे। उसी दिन आर्थिक समीक्षा भी पेश की जाएगी।
आम बजट एक फरवरी को पेश होने की संभावना जताई जा रही है। इस साल अलग से रेल बजट पेश करने की परंपरा समाप्त की जा रही है। रेलवे संबंधी बजट प्रावधान आम बजट में ही शामिल होगा। लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार सदन की कार्यवाही नौ फरवरी को स्थगित होगी और नौ मार्च को फिर से बैठकें होंगी। यह समय स्थायी समितियों को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को अनुदान की मांगों पर विचार कर अपनी रिपोर्टें पेश करने के लिए है।