बनासकांठा (गुजरात), प्रधानमंत्री ने गुजरात के डीसा में एक दुग्ध प्लांट के उद्घाटन के अवसर पर दिए संबोधन में विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं देते हैं। इसलिए ही वह जनसभा में बोलकर अपना पक्ष रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब वक्त आएगा और मौका मिलेगा तो वह लोकसभा में भी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हैसियत से नहीं, बल्कि इस मिट्टी की संतान बनकर आए हैं। अपने भाषण में उन्होंने कैशलेस सिस्टम अपनाने की भी अपील की।
उन्होंने इस मौके पर यहां पर दूध का उत्पादन शुरू करने वाले जलवाभाई की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनका ही लगाया पौधा आज बढ़कर बरगद का पेड़ बन गया है, जिससे हजारों हाथों को काम मिल रहा है। उन्हेांने यह भी कहा कि पहले जब यहां से लोग दूसरे प्रदेशों में जाकर व्यवसाय करते थे तो उनमें से ज्यादातर कच्छ जैसे इलाकों से होते थे। लेकिन उन्होंने वहां पर कामयाबी के झंडे गाड़े। उन्होंने कहा कि जब नर्मदा इस धरती को छुएगी तो यहां पर भी विकास की लहर दौड़ जाएगी। उन्होंने इस अवसर पर बनासकांठा के किसानों की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यहां के किसानों ने आलू की पैदावर में जो रिकार्ड बनाया है उसको वर्षों तक कोई नहीं तोड़ पाएगा। पीएम मोदी ने यहां पर राज्य की महिलाओं की भी प्रशंसा की जिन्होंने राज्य के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान किया। उन्होंने कहा कि यहां पर दूध की क्रांति हुई अब यहां पर शहद क्रांति सामने आने वाली है। इसके लिए उन्होंने सभी किसानों को इस क्रांति में योगदान करने की अपील की।