नई दिल्ली, वुमेन क्रिकेट वर्ल्ड पुस्तक के लेखक सुनील यश कालरा का कहना है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस बार विश्व कप टूर्नामेंट में अपने साल 2005 में आयोजित हुए विश्व कप में दिए गए प्रदर्शन को दोहराने का दम रखती है। साल 2005 में हुए टूर्नामेंट में वह दूसरे स्थान पर थी और टीम की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उसका खिताब जीतना भी नामुमकिन नहीं लगता। सुनील के इस विचार से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा भी सहमत हैं।
अंजुम इस पुस्तक की सह-लेखिका हैं। उल्लेखनीय है कि महिला क्रिकेट विश्व कप 24 जून से इंग्लैंड में शुरू हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में लेखक, इतिहासकार एवं फिल्मकार सुनील का महिला क्रिकेट पर तैयार किया वित्तचित्र पुअर कजिंस ऑफ मिलियन डॉलर बेबीज सुर्खियों में रहा था। सुनील ने कहा कि उनकी भविष्यवाणी का आधार मिताली राज, झूलन गोस्वामी और हरमनप्रीत की तिकड़ी है, जो इस बार तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। इनमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज मिताली हैं, जिनके पास 100 से ज्यादा मैचों में कप्तानी करने का अनुभव है।
इसके अलावा, महान तेज गेंदबाज झूलन के पास वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड है। हरमनप्रीत की बात की जाए, तो वह इस खेल में नई सनसनी हैं। उन्होंने जिन्होंने दो टेस्ट, 49 वनडे और 53 टी-20 मैचों में खुद को इस खेल का महाबलि साबित किया है। बिग बैश लीग में इनकी प्रतिभा का लोहा हर कोई मान चुका है। वुमेन क्रिकेट वर्ल्ड पुस्तक के लेखक सुनील का कहना है कि इस बार पहले ही मैच में 24 जून को भारतीय टीम का इंग्लैंड से पाला पड़ना टीम के लिए अच्छा संकेत है। इससे टीम को टूर्नामेंट के शुरूआत में ही अपनी कमजोरियों का दूर करने का मौका मिलेगा।
अगर भारतीय महिला टीम इस मैच में इंग्लैंड को हरा देती है, तो समझिए कि टीम ने आधी लड़ाई टूर्नामेंट के पहले ही मैच में जीत ली। सुनील ने कहा कि इसके पांच दिन बाद 29 जून को भारत का सामना वेस्टइंडीज से होगा, फिर दो जुलाई को पाकिस्तान, पांच जुलाई को श्रीलंका, आठ को दक्षिण अफ्रीका, 12 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया और 15 जुलाई को न्यूजीलैंड से होगा। लेखक का कहना है कि पुरूषों की ही तरह महिलाओं में भी भारत-पाकिस्तान मैच का इंतजार दुनिया भर के खेल प्रेमी कर रहे हैं। 21 दिन चलने वाले विश्व कप टूर्नामेंट के 27 राउंड मैच ब्रिस्टल, डर्बी, लीस्टर और टॉन्टन में खेले जाएंगे। पुस्तक के लेखक सुनील अभी तक खेलों पर पांच किताबें लिख चुके हैं।