कानपुर, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए कैप्टन आयुष यादव के घर आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने कानपुर पहुंचे। शहीद कैप्टन आयुष यादव को श्रद्धांजलि देते वक्त अखिलेश यादव भावुक हो गए।शहीद को श्रद्धांजलि देते हुये उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार समाज और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि नक्सली और आतंकी हमलों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
शहीद जवान आयुष यादव का आज पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन के लिये कानपुर लाया गया। कैप्टन आयुष यादव इस वर्ष किसी आतंकी हमले में शहीद होने वाले इंडियन आर्मी के दूसरे ऑफिसर हैं। पिछले वर्ष इंडियन आर्मी ने अपने कई युवा ऑफिसर्स को आतंकी हमलों में गंवा दिया था। शुरुआत फरवरी 2016 में पंपोर आतंकी हमले से हुई थी जिसमें कैप्टन तुषार महाजन और कैप्टन पवन बेनीवाल शहीद हुए थे।
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26 वर्षीय, कैप्टन आयुष यादव कुछ वर्षों पहले ही सेना में कमीशंड हुए थे। आयुष अपने पिता की इकलौते बेटे थे, आयुष की एक बहन और है । आयुष के पिता अरुण कान्त यादव यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर है, वह इस समय चित्रकूट में तैनात है. पिता ने रोते हुए मोदी सरकार से एक सवाल पूछा है कि आखिर कब तक ऐसे ही सैनिक मरवाते रहोगे मैंने तो अपना बेटा खो दिया.