नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले के बाद मौजूदा हालात की जानकारी लेने और शहीदों को श्रद्धांजलि देने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह रायपुर पहुंचे. इसके बाद एयरपोर्ट से राजनाथ माना स्थित चौथी बटालियन के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. सुकमा हमला विकास में सबसे बड़ी समस्या है। नक्सली आदिवासियों, गरीबों के दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों की क्षमता पर कोई सवाल नहीं है। सीआरपीएफ के नेतृत्व पर भी कोई संदेह नहीं है। इस वक्त किसी पर दोष लगाना सही नहीं होगा। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे। इसे हम चुनौती के रूप में ले रहे हैं। हमले के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करेगी और कार्रवाई की जाएगी। 8 मई को गृहमंत्रालय ने दिल्ली में बैठक बुलाई है।
इस हमले में शहीद हुए जवान
रघुवीर सिंह (पंजाब), केके दास (बंगाल), संजय कुमार (हिमाचल प्रदेश) रामेश्वर लाल (राजस्थान) नरेश कुमार (हरियाणा), सुरेंद्र कुमार (उत्तर प्रदेश), बन्ना राम (राजस्थान), केपी सिंह (उत्तर प्रदेश), नरेश यादव (बिहार) पद्मनाभन (तमिलनाडु), सौरभ कुमार (बिहार), अभय मिश्रा (बिहार), बनमल राम (छत्तीसगढ़), एनपी सोनकर (मध्य प्रदेश), राम मेहर (हरियाणा), अरूप कर्माकर (बंगाल), केके पांडेय (बिहार), बीसी बर्मन (बंगाल), पी अलगूपंडी (तमिलनाडु), अभय कुमार (बिहार), एन सेंथिल कुमार (तमिलनाडु), एन थिरुमुरगन (तमिलनाडु), रंजीत कुमार (बिहार), आशीष सिंह (झारखंड), मनोज कुमार (उत्तर प्रदेश)