अहमदाबाद, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आज से अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खुली जीप में करीब आठ किलोमीटर लंबे एक भव्य रोड शो के साथ की जिस दौरान उन्होंने तथा उनके साथ मौजूद उनकी पत्नी अकी आबे ने भारतीय परिधान पहन रखे थे। आज दोनो नेता एक लाख करोड रूपये से अधिक के लागत वाली मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
आज दोनो लगभग एक करोड की लागत वाली मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास यहां साबरमती एथलेटिक्स स्टेडियम में करेंगे। इसके बाद वे गांधीनगर में दांडी कुटीर में गांधी संग्रहालय जायेंगे और पास के महात्मा मंदिर में 12 वीं जापान भारत शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे और एक व्यापरिक सम्मेलन में भाग लेंगे। इस दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। श्री आबे के दौरे के लिए अहमदाबाद और इसका जुडवां शहर कहे जाने वाले राजधानी गांधीनगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। पूरे शहर को जापान और भारत के झंडो से पाट दिया गया है। इस दौरान सुरक्षा के भी कडे प्रबंध किये गये हैं। श्री आबे यहां हयात होटल में रात्रि विश्राम करेंगे जबकि श्री मोदी गांधीनगर के राजभवन में रहेंगे।
आज अन्य कार्यक्रमाें शिरकत के बाद दोनो नेता मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की ओर से दिये गये रात्रिभोज में भाग लेगे और इसके बाद रात करीब साढे नौ बजे श्री आबे वापस टोक्यो तथा मोदी नयी दिल्ली रवाना हो जायेंगे।
इससे पहले, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे व उनकी पत्ना ने बाद में भारतीय परिधान पहन कर पुराने शहर में स्थित 16 वीं सदी के वास्तुकला का बेजोड नमूना कहे जाने वाले संरक्षित मस्जिद सिदी सैयद नी जाली का भी मोदी के साथ अवलोकन किया। शाम को सूरज की किरणें पडने से बेहद सुंदर लगने वाले इस मस्जिद की वास्तुकला और इतिहास तथा इसके संरक्षण के बारे में मोदी ने आबे दंपति को बताया।
उन्होंने वहां इसके तथा अहमदाबाद को हाल में यूनेस्को की ओर से भारत का पहला विश्व विरासत शहर घोषित किये जाने के बारे में एक प्रस्तुतीकरण भी देखा। इसके बाद वे पास ही स्थित बुटीक हेरीटेज होटल हाउस ऑफ़ मंगलदास गिरधरदास ;स्थानीय तौर पर अगासिये होटल के रूप में मशहूरद्ध में गये जिसकी छत पर श्री मोदी की ओर से श्री आबे के सम्मान में दिये रात्रिभोज में करीब एक सौ चुनींदा व्यंजन परोसे गये।
इससे पहले करीब आधे घंटे के आठ किमी लंबे रोड शो के दौरान हवाई अड्डे से साबरमती आश्रम तक हजारों लोगों की भीड ने आबे दंपति और मोदी का अभिवादन किया। आबे ने नीले रंग की कोटी और मलाईनुमा ऊजले रंग का कुर्ता पजामा पहन रखा था और वह बहुत जंच रहे थे। जब वह विमान से उतरे थे तो सूट पहन रखा था। पश्चिमी परिधान पहन कर आयी श्रीमती आबे ने भी रोड शो में एक कंधे पर दुपट्टे के साथ मरूननुमा लाल रंग का कुर्ता और नीचे से चौडी सलवार पहन रखी था। श्री मोदीए श्री आबे और श्रीमती आबे लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते रहे। इस दौरान देश के 28 राज्यों के कलाकारों और नर्तकों ने उनका स्वागत करते हुए प्रस्तुति भी दी। यह भारत में दो प्रधानमंत्रियों का अब तक पहला ऐसा संयुक्त रोड शो था।
रोड शो साबरमती रिवरफ्रंट तथा सुभाष ब्रिज और आरटीओ सर्किल होते हुए साबरमती आश्रम पहुंचा। इसके बाद तीनों ने पारंपरिक रूप से महात्मा गांधी के वहां के मूल निवास हृदय कुंज में पारंपरिक अंदाज में उनके तैल चित्र को सूत की माला पहनायी। बापू के प्रिय भजनों के बीच तीनों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प चढाये। रोड शो और आश्रम में श्री मोदी आबे दंपति को कई चीजों के बारे में खुद जानकारी देते दिखे। उन्होंने गांधीजी के चरखे और जापानी संस्कृति से सरोकार रखने वाले तीन बंदरों की गांधीजी की प्रिय मूर्ति जो बुरा नहीं बोलनेए नहीं देखने और नहीं सुनने का संदेश देते हैं के बारे में भी बताया।
मोदी ने आबे दंपति के साथ आश्रम में गांधीजी के चरखे के साथ तस्वीर भी खिचाई। वे वहां से दिखने वाले साबरमती रिवरफ्रंट के हिस्से की तरफ एक चबूतरे पर थोडी देर तक कुर्सियों पर बैठे। आबे दंपति ने आश्रम की आगंतुक पुस्तिका में हस्ताक्षर भी किये और जापानी लिपि में इस पर प्रेम और धन्यवाद शब्द लिखे। साबरमती नदी के किनारे के इस आश्रम में गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद 1930 के दांडी कूच तक लंबा प्रवास किया था।
इससे पहले आज टोक्यो से विशेष विमान से सीधे यहां पहुंचे श्री आबे का उनसे थोडी देर पहले ही नयी दिल्ली से आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड कर खुद हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
आबे का विमान जब दोपहर करीब साढे तीन बजे तय कार्यक्रम के अनुसार यहां सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे पर उतरा तो इसके ऊपर भारत और जापान के झंडे उभर आये। विमान में लगने वाली सीढी के जापानी प्रधानमंत्री के विमान से जुडने में मामूली तकनीकी दिक्कत के बाद जब श्री आबे अपनी पत्नी अकी आबे के साथ विमान से बाहर निकले तो श्री मोदी ने उनसे पहले हाथ मिलाया और फिर गले लगा लिया।
चीन के साथ डोकलाम विवाद में जापान की ओर से भारत के मजबूत समर्थन की पृष्ठभूमि में हो रहे इस दौरे के दौरान चारो तरफ भारत.जापान मैत्री का माहौल दिख रहा था। श्री आबे को हवाई अड्डे पर ही पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और सेना के तीनो अंगो थल सेनाए वायु सेना और नौसेना की टुकडियों की बैंड की धुन से भी उनका स्वागत किया गया। श्री आबे और उनकी पत्नी की अगवानी करने वालों में गुजरात के राज्यपाल ओ पी कोहलीए मुख्यमंत्री विजय रूपाणीए उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेलए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणीए विदेश सचिव एस जयशंकरए मुख्य सचिव जे एन सिंह भी शामिल थे। बाद में हवाई अड्डा परिसर में ही रास गरबा के जरिये श्री आबे का स्वागत किया गया।