श्री जगन्नाथ मंदिर के भीतर के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल, मामला दर्ज

पुरी, देश के चार धामों में से एक ओडिशा में पुरी स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर के भीतरी दृश्यों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुरी जिला पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि सिंहद्वार पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस बात की जांच करेगी कि ड्रोन का उपयोग करके फुटेज किसने कैप्चर किया और इसे सोशल मीडिया पर कब अपलोड किया गया। मंदिर के किसी भी सेवादार की कथित संलिप्तता की भी जांच की जाएगी और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जायेगी।
मंदिर के अनुष्ठानों और भीतरी दृश्यों के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड होने और तेजी से वायरल होने के बाद भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालु हैरान रह गए। मंदिर के नीलचक्र पर झंडा लगाने की प्रक्रिया को दिखाने वाली हाल की फुटेज को ऑनलाइन व्यापक रूप से साझा किया गया है।
रिपोर्टों के मुताबिक सुरजीत बिस्वास नाम के व्यक्ति ने पूरी प्रक्रिया को अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किया, जहां इस पोस्ट ने काफी ध्यान आकर्षित किया। वीडियो फुटेज से पता चलता है कि पूरा दृश्य ड्रोन कैमरे का उपयोग करके रिकॉर्ड किया गया था। मंदिर के अंदर और आसपास ड्रोन के बार-बार इस्तेमाल से सेवादारों और भक्तों में दहशत फैल गयी है।
गौरतलब है कि राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने हाल ही में कहा था कि मंदिर के आसपास ड्रोन को उड़ाने से रोकने के लिए मंदिर परिसर में ड्रोन रोधी तकनीक लगाई जाएगी, हालांकि इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।
मंदिर के वरिष्ठ सेवादार कृष्ण चंद्र खुंटिया ने कहा कि ड्रोन मंदिर के लिए खतरा हैं। उन्होंने बताया कि वीडियो में स्पष्ट रूप से एक सेवादार झंडा बांधते हुए दिखाई दे रहा है। उन्होंने मामले की गहन जांच तथा ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जल्द से जल्द ड्रोन रोधी उपकरण लगाए जाने की मांग की।
अन्य सेवादारों ने घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह के उल्लंघन के लिए वर्तमान दंड प्रावधान बहुत नरम हैं, जिससे अपराधी केवल चेतावनी देकर बच निकलते हैं। उन्होंने भविष्य में उल्लंघन को रोकने के लिए इन दंडों को और अधिक कठोर बनाये जाने की मांग की।