नई दिल्ली, राजग सरकार ने संस्कृति संबंधी केंद्रीय सलाहकार बोर्ड को पुनर्गठित करते हुए इसके सदस्यों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी से भी अधिक कर दी है तथा नए सदस्यों में अधिकतर भाजपा के प्रति झुकाव रखने वाले लोग हैं। पैनल के सदस्यों में भाजपा सांसद किरण खेर के पति और सरकार के मुखर समर्थक अनुपम खेर, मशहूर शास्त्रीय डांसर सोनल मानसिंह और बिहार एवं झारखंड के पूर्व राज्यपाल एम रामा जोइस शामिल हैं। राजग सरकार ने इसके पहले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के प्रबंधन को पुनर्गठित करते हुए वरिष्ठ हिंदी पत्रकार और आरएसएस विचारक राम बहादुर राय को इसका प्रमुख नियुक्त किया था। नए बोर्ड का हाल ही में गठन किया गया और इसकी पहली बैठक 22 अक्तूबर को हुयी।
संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की अध्यक्षता वाले इस 23 सदस्यीय पैनल में पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, पंडित राजन मिश्रा और पंडित छन्नू लाल मिश्रा, पंडित शिव कुमार शर्मा भी शामिल हैं। छन्नू लाल मिश्रा लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक थे। बोर्ड के पुनर्गठन के बारे में पूछे जाने पर संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि यह (पुनर्गठन) नियमित प्रक्रिया है। संप्रग सरकार में बोर्ड के सदस्यों की संख्या 11 थी और अब यह बढ़कर 23 हो गयी है। इस बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि यह संख्या नियमों के अंदर है और अपने संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों को बोर्ड में जगह दी गयी है। बोर्ड में नियुक्ति तीन साल के लिए होती है और सदस्य नीतिगत स्तर पर संस्कृति मंत्रालय को सलाह भी देते हैं। बोर्ड के अन्य सदस्यों में वासुदेव कामथ, एसआर लीला, प्रांजल सैकिया और विक्टर बनर्जी भी हैं। कामथ जहां आरएसएस से संबद्ध संस्था संस्कार भारती के पदाधिकारी हैं वहीं बनर्जी भी विगत में भाजपा सदस्य रह चुके हैं। प्राचीन भारतीय इतिहास के विशेषज्ञ पूर्व प्रोफेसर रहमान अली बोर्ड में एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं। संगीतकार सुरेश तलवालकर, एन राजम, समीर अंजान, एसएल भैरप्पा और नरेंद्र कोहली भी बोर्ड के सदस्यों में हैं।