लखनऊ, कांग्रेस और सपा के गठबंधन होने से आशंकित बसपा प्रमुख मायावती ने एक बार फिर सपा और कांग्रेस को कमजोर बताकर मुस्लिमों को बसपा के साथ जुड़ने की अपील की. मायावती ने कहा कि प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन बनने से कोई लाभ नहीं होगा.
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लंबे समय से चर्चा चल रही है कि समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ मैदान में उतरेंगी, लेकिन बात अभी एक पायदान तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि भले ही यह दोनों पार्टी गठबंधन की बात कर रही हैं लेकिन इनके बीच गठबंधन पर भारतीय जनता पार्टी ही मुहर लगाएगी. बसपा प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार सपा को डरा रही है. उन्होंने इसे मुस्लिम वोट को बांटने की साजिश करार दिया और कहा कि समाजवादी पार्टी और बीजेपी के मधुर संबंध हैं. बीएसपी ही मुस्लिम समाज की हितैषी पार्टी है.
मायावती ने कहा कि प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन बनने से कोई लाभ नहीं होगा. समाजवादी पार्टी के अंदर ही दो खेमे बन गए हैं. अब यह दोनों एक-दूसरे को हराने में लगे है. मायावती ने कहा कि मेरी सलाह है कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन के मामले में कांग्रेस को सतर्क रहने की जरूरत है. सपा परिवार में आपसी वर्चस्व की लड़ाई मची है. उधर भाजपा तो सपा को सीबीआई का भी डर दिखा रही है. सपा अपनी हार का ठीकरा कांग्रेस पर मढ़ेगी. सपा सरकार में जाति विशेष का ध्यान रखा जाता है। सपा तो कांग्रेस से गठबंधन कर भी सत्ता में आने वाली नहीं है.
मायावती ने सपा सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया है कि वर्तमान यूपी सरकार गुंडों को संरक्षण दे रही है. इस सरकार पर दंगों के दाग हैं. 2013 का मुजफ्फरनगर दंगे का दाग कभी धोया नहीं जा सकता. मुजफ्फरनगर दंगे में जान माल की क्षति हुई. उन्होने बताया कि इसमें एक लाख लोग बेघर हुए. यही नहीं अखिलेश सरकार ने लोगों के कैंपों पर बुलडोजर तक चलवा दिए.मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव भी अब सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की तर्ज पर अधिक से अधिक शिलापट पर अपना नाम दर्ज कराने के प्रयास में हैं. वह अधूरे कामों का लोकार्पण तथा उद्घाटन करने में लगे हैं. अखिलेश को पता है कि अब आगे उनकी पार्टी की सरकार प्रदेश में नहीं आने वाली है. वह ताबड़तोड़ ढंग से अधूरे कामों को पूरा दिखाने के प्रयास में हैं. जगह-जगह पोल खुल रही है.
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समाज को सावधान रहने की जरुरत. उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि मुस्लिम समाज सपा व कांग्रेस को वोट देकर खराब नही करेगा. मायावती ने कहा कि मुस्लिम समाज सोच समझकर वोट दे. बहुजन समाज पार्टी ही प्रदेश में मुस्लिम समाज की हितैषी पार्टी है. यहां पर दादरी कांड के पीिडि़तों को फंसाने का प्रयास हो रहा. प्रदेश में जब भी बसपा की सरकार बनी है तो भाजपा कमजोर हुई है। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हुए सांप्रदायिक दंगों को भुलाया नहीं जा सकता. गुजरात की तर्ज पर यूपी में दंगों के दाग नहीं धोये जा सकते। 2013 में मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगा हुआ था। सपा की मिलीभगत से बीजेपी ने वोटों का ध्रुवीकरण कराया है। इनकी मिलीभगत से यूपी के कई जिलों में सांप्रदायिक दंगे हुए है। सपा सरकार में लोग दंगे की आग से झुलसते रहे हैं। सपा गुंडों और बदमाशों को संरक्षण दे रही है। सपा सरकार में सांप्रदायिक दंगे सबसे ज्यादा हुए हैं।