नई दिल्ली, कांग्रेस और अन्य कुछ विपक्षी दलों ने आज संसद भवन परिसर में धरना दिया और लोकसभा के वरिष्ठ सांसद ई अहमद के निधन की संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि अहमद का निधन पहले हो गया था लेकिन सरकार को बजट पेश करना था इसलिए उन्हें जीवनरक्षक उपकरणों पर रखा गया।
उन्होंने सरकार को असंवेदनशील बताया और कहा कि उसने 45 साल से ज्यादा समय तक देश की सेवा करने वाले सांसद का सम्मान नहीं किया। यह पूछने पर कि क्या प्रधानमंत्री से इस संबंध में जवाब की मांग करेंगे उन्होंने कहा कि संसद की समिति से ही मामले की जांच कराने की मांग है। उनका कहना था कि उनके साथ मुस्लिम लीग के सांसदों के साथ ही केरल के अन्य कई सांसद है। इससे पहले कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल और आरएसपी सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने ई अहमद की मौत पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। सांसद प्रेमचंद्रन ने ई अहमद की मौत के मामले में अस्पताल प्रशासन पर अनादर और मौत की सूचना देने में देरी का आरोप लगाया है। केरल से लोकसभा सांसद ई अहमद की मौत पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने की अपील की थी।