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सीओ अमिता सिंह के आगे न चली हाईप्रोफाइल प्रो०द्विवेदी की, छेड़छाड़ का दर्ज हुआ मुकदमा

gangrape-s_650_101615115430लखनऊ, मामला हाईप्रोफाइल होने पर जब लखनऊ पुलिस के बड़े बड़े अफसरों ने छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करने वाले आरोपी ओमप्रकाश द्विवेदी को बाइज्जत छोड़ दिया तो लखनऊ पुलिस की ही एक महिला अफसर ने आगे बढ़कर पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाया और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

डालीबाग निवासी पीड़िता लालकुआं के शशिभूषण डिग्री कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। छात्रा के पिता सफाई कर्मचारी हैं। रोजाना की तरह शुक्रवार को भी छात्रा कॉलेज गई थी। बर्लिंग्टन होटल में रहने वाले ओम प्रकाश द्विवेदी अवध विश्वविद्यालय में संस्कृत के प्रोफेसर थे। रिटायर होने के बाद वह शशिभूषण डिग्री कॉलेज में हिन्दी पढ़ा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर 12 बजे कॉलेज की छुट्टी होने के बाद दोनों नाका चौराहे से एक ही ऑटो में सवार हुए।  छात्रा ने बताया कि ऑटो में पहले से एक महिला सवार थी। वह उसके बगल में बैठ गई। तभी प्रोफेसर ओम प्रकाश द्विवेदी वहां पहुंच गए। उन्होंने बहाने से महिला को किनारे हटाया और खुद छात्रा के बगल में बैठ गए। ऑटो चलते ही प्रोफेसर ने उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। प्रोफेसर ने उसके पैर पर अपना पैर रखने के साथ अश्लील हरकत शुरू कर दी। तब तक ऑटो हजरतगंज चौराहे पर पहुंच चुका था।

होमगार्ड से लिपट कर रोने लगी छात्रा चौराहे पर ऑटो की रफ्तार कम होने पर छात्रा बाहर कूद गई। वहां ड्यूटी कर रहे होमगार्ड वीर पाल ने छात्रा को संभाला तो वह उससे लिपट कर रोने लगी। छात्रा ने बताया कि प्रोफेसर उससे छेड़छाड़ कर रहा है। हंगामा होने पर ट्रैफिक बूथ में बैठे एएसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन, सीओ अवनीश मिश्रा व जफर खान भी बाहर निकल आए। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने उसे बखेड़ा न खड़ा करने की धमकी देकर वापस ऑटो में बैठने के लिए कहा। ट्रैफिक पुलिस ने ओमप्रकाश को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

हजरतगंज पुलिस ने दिन में ही ओमप्रकाश द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया था। पर, पुलिस ने उन्हें खास सहूलियत दी। पुलिस ने उनका मोबाइल फोन जब्त नहीं किया। वह दिन भर अपने परिचितों से मोबाइल पर बात करते रहे। पुलिस ने आरोपी को लॉकअप में रखने के बजाए अगंतुक कक्ष में ठहराया और  देर शाम  कोतवाली से छोड़ दिया। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि ओमप्रकाश द्विवेदी 72 वर्ष के हैं।  इसलिये उन्हें छोड़ दिया गया है।

छात्रा का आरोप है कि हजरतगंज कोतवाली पहुंचने पर ओमप्रकाश द्विवेदी ने अपना परिचय दिया।  मामला हाईप्रोफाइल देख पुलिस बैकफुट पर आ गई और उसे टरका दिया। वह कोतवाली परिसर में खड़ी होकर रो रही थी कि तभी सीओ क्राइम अमिता सिंह वहां पहुंच गई।

छात्रा की आपबीती सुनने के बाद सीओ अमिता सिंह ने मामले में दखल दी जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ।छात्रा पर 10 हजार रुपये चुराने का आरोप प्रोफेसर ओमप्रकाश द्विवेदी ने अपनी सफाई में कहा कि ऑटो में उन्हें झपकी आ गई थी जिससे उनका हाथ छात्रा के छू गया। पर, बाद में उन्होंने छात्रा पर रुपये चुराने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। दोनों पक्ष के आरोपों की जांच की जा रही है।

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