नयी दिल्ली, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद यूसुफ के मध्य कश्मीर के बडगाम स्थित आवास पर छापा मार कर फोन, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज जब्त किये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एनआईए ने शाहिद को कश्मीर घाटी में विध्वंसक गतिविधियां चलाने के लिए कथित रूप से विदेशों से धन लेने के आरोप में 24 अक्तूबर को गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों ने बडगाम जिले के सोईबुग स्थित शाहिद के आवास की तलाशी ली और वहां से पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य कथित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किये। एनआईए के अनुसार, जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में कार्यरत 42 वर्षीय शाहिद ने आतंकवादी संगठनों के लिए धन जुटाने में शामिल हिज्बुल मुजाहिदीन के विदेशी सदस्यों के नाम बताये हैं।
जांच एजेंसी का दावा है कि पूछताछ के दौरान शाहिद ने ‘‘स्वीकार किया है कि उसने अपने पिता मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन के कहने पर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण के लिए हिज्बुल मुजाहिदीन के सदस्यों से धन लिया।’’ एनआईए का कहना है कि शाहिद ने ‘‘हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े विदेशों के अपने सहयोगियों का नाम भी बताया है, जो धन एकत्र करने और अन्य देशों से भारत में धन भेजने से संबद्ध हैं।
एजेंसी का आरोप है कि शाहिद को यह धन अमेरिका की धन अंतरण कंपनी के जरिए ऐयाज अहमद भट से मिलता था। भट इस मामले का दूसरा आरोपी है और फिलहाल फरार होकर, सऊदी अरब में है। एनआईए का कहना है कि शाहिद ‘‘भट के विभिन्न संपर्कों में से एक है’’ और धन अंतरण के कोड लेने के लिए टेलीफोन से संपर्क में रहता था।