बेंगलुरु, ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने मंगलवार को कहा कि उनके संगठन को दिल्ली में यमुना के किनारे विश्व संस्कृति उत्सव आयोजित करने पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, जबकि इसका मकसद नदी के प्रदूषण को उजागर करना था।
प्राकृतिक खेती सम्मेलन में रविशंकर ने कहा, हमारा लक्ष्य उत्सव के जरिए यमुना के प्रदूषण और गंदगी पर लोगों का ध्यान खींचना था। हम प्रदूषण के मुद्दे पर सरकार के साथ नदी को साफ करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मगर यहां पर तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे का मामला है। रविशंकर ने कहा कि उत्सव की वजह से नदी के प्रदूषित होने का कोई सबूत नहीं है। आध्यात्मिक नेता ने प्राकृतिक और जैविक खेती के साथ नदियों के कायाकल्प को बढ़ावा देने की बात कही।