हैदराबाद, हैदराबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने दलित शोधछात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के मामले में अपने आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है। संगठन ने का भी नारा दिया है। उधर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि हालात काफी हद तक सामान्य हो चुके हैं। सभी विभागों में काम शुरू हो गया है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार एम. सुधाकर ने कहा, सभी स्कूलों, विभागों और केंद्रों ने आज से (शुक्रवार से) काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं जो हालात सामान्य होने की दिशा में एक बड़ा कदम है। रजिस्ट्रार ने कहा, केवल प्रशासनिक ब्लॉक बंद है। सामाजिक न्याय के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने आंदोलन के तहत प्रशासनिक ब्लाक को बंद कर दिया है। जेएसी की मांग है कि अंतरिम कुलपति विपिन श्रीवास्तव तुरंत इस्तीफा दें और अप्पा राव को कुलपति पद से हटाया जाए। जेएसी इन्हें रोहित की खुदकुशी के लिए जिम्मेदार मानती है। जेएसी में 14 छात्र संगठन शामिल हैं। उसका कहना है कि कक्षाओं के बहिष्कार और आंदोलन में शामिल होने के उसके आह्वान को शिक्षकों और छात्रों का व्यापक समर्थन मिला है। लाइफ साइंस ब्लाक में उस वक्त तनाव पैदा हो गया, जब कक्षा शुरू करने के पक्षधर कुछ छात्रों और शिक्षकों की जेएसी नेताओं से तीखी बहस हो गई। निलंबित किए गए चार छात्रों में से एक दोनाथा प्रसांत ने छात्रों से एकता दिखाने के लिए आंदोलन में शामिल होने की अपील की। 12 दिनों से आंदोलन चला रही जेएसी ने यह कह कर प्रशासन की निंदा की है कि उसकी कोशिश छात्रों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ के बीच विवाद भड़काने की है। छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उनके साथ तीन शिक्षक भी अनशन पर बैठे। जेएसी ने कहा है कि शुक्रवार को रोहित वेमुला के जन्मदिन पर परिसर में रात में कैंडल लाइट मार्च के बाद आधी रात से वे चार दलित छात्र भी बेमियादी धरने पर बैठ जाएंगे, जिन्हें रोहित के साथ निलंबित किया गया था और जो रोहित की तरह सामाजिक बहिष्कार के शिकार हुए थे। जेएसी ने चलो दिल्ली का भी नारा दिया है। छात्र 2 फरवरी से दिल्ली पहुंचने लगेंगे। 4 फरवरी को मंडी हाउस से मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक मार्च निकालेंगे। अगले दिन जंतर-मंतर पर प्रदर्शन होगा। छात्र राष्ट्रपति से भी मिलना चाहते हैं। जेएसी ने पूरे देश के छात्रों, शिक्षकों, आम लोगों से राष्ट्रपति को पोस्टकार्ड भेजकर रोहित को इंसाफ दिलाने की अपील की है। जेएसी ने बयान में कहा है कि कुलपति और केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है लेकिन आरोपी आजाद घूम रहे हैं। कुलपति अप्पा राव तो अपने शोध के लिए देश से बाहर भी जा चुके हैं। उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे रोहित को इंसाफ दिलाने की मांग के साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री के दफ्तर पर प्रदर्शन की कोशिश कर रहे थे।