इटावा, प्रचंड गर्मी के बीच चुनाव प्रचार में जुटे राजनेता और प्रत्याशी दिन भर की थकान और तनाव से राहत तरह तरह के नुस्खे अपना रहे हैं मगर इटावा के एक चिकित्सक का दावा है कि होम्योपैथी ऐसी समस्यायों के निदान के लिये सबसे कारगर है।
सात चरणों में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण पहुंचते पहुंचते उत्तर प्रदेश समेत समूचा उत्तर भारत प्रचंड गर्मी की चपेट में आ चुका है और बढ़ता तापमान न सिर्फ समर्थकों के जोश को प्रभावित कर रहा है बल्कि राजनेताओं और प्रत्याशियों के लिये भी मुसीबत का सबब बन रहा है।
चिकित्सकों का मानना है कि चुनाव प्रचार में रात दिन जुट़ने के कारण कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसमें तनाव और थकान खास है। इसके साथ ही अनिद्रा भी परेशान कर सकती है और लगातार बोलते रहने से, भाषण देने से गला खराब होने जैसी स्थितियां भी उत्पन्न हो जाती है।
हालांकि इन सभी समस्यायों का निदान होम्योपैथी का पास मौजूद है और होम्योपैथी के नुस्खे रामबाण की तरह काम करते हैं। इनका सेवन करने से कई बीमारियों से राहत मिल सकती है और चुनाव प्रचार अभियान के दौरान होने वाले तनाव और थकान से भी राहत मिलेगी।
इटावा के प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.आशीष दीक्षित ने यूनीवार्ता को बताया कि होम्योपैथी में कई ऐसी दवाएं हैं जिन्हें लेने से तनाव और थकान से काफी हद तक बचा जा सकता है। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राजनीतिक माहौल भी ऊपर नीचे होता रहता है जिससे कभी कभी डर लगता है और घबराहट भी होती है। इसके लिए भी होम्योपैथी में दवाइयां हैं।
डा. दीक्षित का दावा है कि इन होम्योपैथी दवाओं के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं। घबराहट तथा माइक पर बोलने में डर होने पर एकोनाइट नामक दवा का सेवन किया जा सकता है जबकि नींद ना आना की दिक्कत होने पर काफिया 200 की दवा की जानी चाहिए। थकावट पैरों में दर्द में अर्निका 200 की गोलियों का सेवन किया जा सकता है वहीं गर्मी से बचाव के लिए ग्लो नाइन 200 की गोलियों का सेवन करना होगा। इसी तरह से बोलते बोलते गला बैठ जाने पर कास्टिकम 200 की गोलियां का सेवन करना होगा।