इटावा, उत्तर प्रदेश मेें इटावा जिले के चौबिया पुलिस थाने में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के अपमान को लेकर एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह ने निलंबन की यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सत्यपाल सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर की है। गुरूवार शाम को एक वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद एसएसपी ने जांच के आदेश दिये। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सत्यपाल सिंह जांच करने के लिए चौबिया थाने पहुंचे जहॉ पर उन्होने गहनता से जांच के बाद दोषियो की पहचान के बाद एसएसपी को जांच रिर्पोट सौंप दी ।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाना परिसर के शौचालय में बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति रखे होने का वीडियो वायरल होने पर एसएसपी जय प्रकाश सिंह ने थाना के दरोगा धर्मेंद्र शर्मा व दो आरक्षी कुलदीप व सचिन को निलंबित कर दिया है। इस मामले में बसपा के जिलाध्यक्ष सुरजन सिंह जाटव ने एसएसपी से शिकायत की गई थी और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का अपमान बताया गया था। बसपा जिलाध्यक्ष की ओर से इसका एक वीडियो भी जारी किया गया है। चौबिया थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने जांच के बाद थानाध्यक्ष की भूमिका सही पाई । इस साजिश में थाना के दरोगा धर्मेंद्र शर्मा व आरक्षी कुलदीप व सचिन की मिली भगत पाई गई है। इन्हें निलंबित कर दिया गया है। सत्यपाल सिंह ने बताया कि थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह को फंसाने की साजिश की गई थी। वह अपने स्टाफ से सख्त लहजे में कार्य करा रहे थे जिसको लेकर स्टाफ नाखुश था। उसी के तहत दारोगा धर्मेंद्र शर्मा व सिपाही कुलदीप व सचिन द्वारा यह साजिश रची गई थी। यह मूर्ति दो साल पहले बीना गांव से आई थी। पहले यह मूर्ति थाना के नए परिसर में एक कमरे में रखी थी। इसे जानबूझकर शौचालय में रखवा दिया गया और इसका वीडियो बनवाकर जारी कर दिया गया। कुछ स्थानीय लोगों की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता।