
यहां पत्रकारों से इस संबंध में वार्ता करते हुए गोसेवा आयोग के अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी से सवाल किया कि वह बताएं कि उनके शासनकाल में गौ संरक्षण के लिए क्या ठोस कदम उठाये गये । वास्तविकता यह है कि समाजवादी पार्टी ने कभी गौ सेवा को प्राथमिकता नहीं दी।
उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा “ कुछ नेता मात्र स्वार्थ की राजनीतिक के लिए अपने पूर्वजों, महापुरूषों और परंपराओं का अपमान करने में भी नहीं हिचकते हैं। इतिहास गवाह है कि जिन्हें खुश करने के लिए वे सनातन परंपरा पर चोट कर रहे हैं वे किसी के सगे नहीं हैं। ”
उन्होंने समाजवादी पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और गौमाता के सम्मान से खिलवाड़ न कें। गौमाता और गौशालाओं का अपमान अब हिंदू समाज सहन नहीं करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार और गौ सेवा आयोग गौमाता की रक्षा एवं संवर्धन के लिए संकल्पित हैं।