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अखिलेश यादव ने कहा महाकुंभ में सरकार के इंतजाम नाकाफी

लखनऊ, महाकुंभ में सरकारी इंतजाम को नाकाफी बताते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में जो व्यवस्था होनी चाहिए थी, उसका 20 फीसदी भी काम नहीं हुआ।

अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर संगम में अपने पुत्र अर्जुन यादव के साथ आस्था की डुबकी लगाई थी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की जो आस्था और परम्परा है उसी के तहत वे यहां स्नान करने आए है।

उन्होने कहा कि महाकुंभ में जो व्यवस्था होनी चाहिए थी उसका 20 फीसदी भी काम नहीं हुआ। भाजपा सरकार ने पूज्य शंकराचार्य और अन्य प्रमुख साधु संतों के बजाय सरकार के मंत्रियों के ही पोस्टर लगा रखे है। आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।

सपा अध्यक्ष ने कहा “ हमें याद है जिस समय समाजवादी पार्टी की सरकार थी हमें महाकुंभ का आयोजन करने का मौका मिला था। हमारी सरकार और सम्बन्धित विभागों ने कम से कम संसाधन में महाकुंभ पर्व का बेहतर तरीके से आयोजन किया था। उस महाकुंभ के समय जो काम किया गया था उसका हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के दल ने भी अध्ययन किया था।”

अखिलेश यादव ने कहा कि केन्द्र को उत्तर प्रदेश सरकार को और अधिक जन सुविधा के लिए धनराशि देनी चाहिए ताकि महाकुंभ पर्व की व्यवस्था और अच्छी हो। बुजुर्गो को दूर से सामान लेकर न आना पड़े। सभी श्रद्धालुओं और संतों, महात्माओं के लिए और अधिक सुविधाएं हो। उनका कहना था कि कुंभ क्षेत्र में स्थित किला केन्द्र सरकार से उत्तर प्रदेश को मिलना चाहिए। यही अक्षयवट भी है।

उन्होने कहा कि महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है, वो भी संगम के किनारे ही, मतलब जीवन में एक बार और वो भी नदियों के मिलन स्थल पर, इसीलिए इससे ये संकल्प लेना चाहिए कि हमें जो जीवन मिला है वो अलग-अलग दिशाओं से आती हुई धाराओं के मिलन से ही अपना सही अर्थ और मायने पा सकता है। हमें संगम की तरह जीवन भर मेलजोल का सकारात्मक संदेश देना चाहिए। सद्भाव, सौहार्द और सहनशीलता की त्रिवेणी का संगम जब-जब व्यक्ति के अंदर होगा तब-तब हम सब महाकुंभ का अनुभव करेंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होने ‘संगम’ में एक डुबकी माँ त्रिवेणी को प्रणाम की, एक डुबकी आत्म-ध्यान की, एक डुबकी सर्व कल्याण की, एक डुबकी सबके उत्थान की, एक डुबकी सबके मान की, एक डुबकी सबके सम्मान की, एक डुबकी सर्व समाधान की, एक डुबकी दर्द से निदान की, एक डुबकी प्रेम के आह्वान की, एक डुबकी देश के निर्माण की, एक डुबकी एकता के पैगाम की लगाई।

सपा प्रमुख महाकुंभ में कई धार्मिक संस्थानों में भी गए। उन्होंने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन पूजन किया। हिमालय शंकराचार्य शिविर में जाकर ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से भेंट की। वह श्री थानाराम आश्रम, हरिद्वार के सतपाल ब्रह्मचारी जी से भी मिले। मुलायम सिंह यादव स्मृति संस्थान द्वारा सेक्टर 16 में स्थापित सपा संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा में उन्होंने कौशल्यानंद गिरि से आशीर्वाद लिया। श्री यादव स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में भी गए वहां उन्हें यथार्थगीता भेंट की गई। इस्कॉन मंदिर में जाकर उन्होंने श्रीराधाकृष्ण के दर्शन किए तथा प्रसाद भी ग्रहण किया।