वाराणसी, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ को दिग्गज खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं। एक अच्छे क्रिकेटर के साथ साथ वह एक बेहतरीन इंसान भी हैं। इनकी इंनसानित की एक झलक तब देखने को मिली जब मंगलवार को स्टीव वॉ काशी में अपने दोस्त की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए भारत आए। सूत्रों के अनुसार स्टीव वॉ काशी में उस शख्स की अंतिम इच्छा पूरी करने यहां आए थे, जो सिडनी की गलियों में बूट पॉलिश करता था।
सिडनीवासी उसे प्यार से शू शाइन ब्रायन पुकारते थे। असली नाम था ब्रायन रड। ब्रायन रड चाहें सिडनी में थे, लेकिन हिंदू धर्म में गहरी आस्था थी और उनका दिल भारत में बसता था। उनकी इच्छा थी कि मृत्यु के बाद उनकी अस्थियां गंगा में विसर्जित की जाएं। ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मार्निंग हेराल्ड के मुताबिक ब्रायन को अपने जीवन में दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं।
करीब 16 साल उन्होंने एक ब्वायज होम से दूसरे ब्वायज होम में बिताया। इस चुनौतीपूर्ण जीवन के बावजूद ब्रायन की सोच बेहद सकारात्मक थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मैं अपने जीवन को लेकर दुखी नहीं रहता। मैं समझता हूं कि इन सबसे बढ़कर एक भगवान है। मेरा विश्वास है कि मैं अगले जन्म में अपने परिवार से फिर मिलूंगा।