लखनऊ, ताजमहल का दीदार करने के लिए लगातार बढ़ रही भारी भीड़ के मद्देनजर जल्द ही एक समय निर्धारित किया जाएगा, जिसके बाद स्मारक के अंदर एक बार में नौ हजार से ज्यादा पर्यटकों को प्रवेश नहीं मिलेगा। यह सुझाव राष्ट्रीय पर्यावरण यांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी) की रिपोर्ट में दिया गया है।
नीरी के एक अधिकारी ने बताया कि कई बिंदुओं पर अध्ययन के बाद 400 पृष्ठ की रिपोर्ट भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को सौंप दी गई। दरअसल, ताजमहल में भीड़ का प्रबंधन करने के लिए पिछले चार साल से माथापच्ची चल रही थी। इसे लेकर राष्ट्रीय पर्यावरण यांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी) ने पर्यटकों की संख्या को लेकर सर्वेक्षण किया था, उसके बाद कई बिंदुओं पर भौतिक रूप से पड़ताल कराई गई।
अधिकारी के मुताबिक, एएसआई को सौंपी गई रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि स्मारक के तीनों गेटों से डेढ़ घंटे में छह हजार सैलानी ही प्रवेश कर सकेंगे। साथ ही यह भी कहा गया कि एक साथ एक समय पर ताजमहल में नौ हजार से ज्यादा सैलानी नहीं रुक सकेंगे। रिपोर्ट के अनुसार सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुलने वाले इस स्मारक में कुल साढ़े 10 घंटे में सात स्लॉट बनेंगे। इसमें कुल 42 हजार सैलानी ही ताज का दीदार करेंगे। स्मारक में लगातार बढ़ रही भीड़ के कारण पत्थरों को होने वाले नुकसान और कई स्थानों के धंसने की खबरें सामने आने के बाद एएसआई ने नीरी से सर्वे कराया था। अब इस रिपोर्ट के सारे बिंदुओं का अध्ययन करने के बाद एएसआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दस्तावेजों को दाखिल किया जाएगा। उसके बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा।