लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती को दोबारा राज्यसभा की सदस्यता हासिल करने में दिक्कतें आएंगी।
सुश्री मायावती का राज्यसभा का कार्यकाल दो अप्रैल 2018 तक है। इसके बाद इन्हें राज्यसभा की सदस्यता हासिल करने में मुश्किलें आएंगी क्योंकि इसके लिए 34 विधायकों की जरुरत होती है लेकिन इस चुनाव में बसपा के केवल 19 विधायक ही जीत सके हैं।
दो अप्रैल 2018 के बाद राज्यसभा में बने रहने के लिए उन्हें दूसरे दलों का सहारा लेना पडेगा। दूसरे दलों की मेहरबानी से ही वह निर्धारित समय पूरा होने के बाद राज्यसभा जा सकेंगी। यही आलम बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चन्द्र मिश्रा का भी होगा। हालांकिए उनका कार्यकाल 2022 तक है।