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अयोध्या को मिलीं रेलवे की अनेक सौगातें

अयोध्या, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या को शनिवार को पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, यहां से देश की राजधानी से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस और श्री राम की ससुराल मिथिला से जोड़ने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों सहित रेलवे की कई महत्वपूर्ण सौगातें दीं।

इससे पहले अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर श्री मोदी का स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीके सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे।

हवाई अड्डे से बाहर आने के बाद श्री मोदी ने धर्म पथ से राम पथ तक एक रोड शो भी किया। साधु संतों ने शंखनाद, डमरू वादन, स्वस्ति वाचन एवं मंत्रोच्चार से श्री मोदी का स्वागत अभिनंदन किया। रोड शो के दौरान हजारों अयोध्या वासियों ने प्रधानमंत्री का पुष्पवर्षा करके स्वागत किया।

अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन पर एक कार्यक्रम में सबसे पहले पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन लोकार्पण किया और फिर अयोध्या से दिल्ली के आनंद विहार के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की एक नई श्रेणी में आनंद विहार-अयोध्या – दरभंगा अमृत भारत एक्सप्रेस का हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।

इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, रेल मंंत्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे। इससे पूर्व श्री मोदी ने अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सवार स्कूल के बच्चों से वार्तालाप भी किया।

दरभंगा जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन गोरखपुर और नेपाल की सीमा पर रक्सौल तथा सीतामढ़ी होते हुए दरभंगा पहुंचेगी। अयोध्या से दिल्ली के आनंद विहार जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अयोध्या के लिए दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। गोरखपुर और लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अयोध्या हो कर गुजरती है।

अयोध्या धाम स्टेशन का पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन की इमारत लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।

प्रधानमंत्री ने इन दोनों ट्रेनों के साथ वीडियो लिंक के माध्यम से मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन तथा पांच अन्य नई वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेनों – श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, अमृतसर -दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, कोयंबटूर -बेंगलुरु छावनी वंदे भारत एक्सप्रेस, मैंगलोर-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस, जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस और अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर शुभारंभ किया।

अमृत ​​भारत एक्सप्रेस ट्रेन 22 गैर वातानुकूलित डिब्बों (10 सामान्य अनारक्षित तथा 12 स्लीपर श्रेणी कोचों वाला एक एलएचबी पुश पुल ट्रेन सेट है। बेहतर त्वरण के लिए इस ट्रेन के दोनों छोर पर 6000 अश्वशक्ति वाले दो लोको हैं। यह रेल यात्रियों के लिए सुंदर और आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक, उपयुक्त मोबाइल होल्डर के साथ मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, एलईडी लाइट, सीसीटीवी, सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी बेहतर सुविधाएं प्रदान करता है। इसमें सेमी परमानेंट कपलर लगाए गए हैं जिससे गाड़ी के चलते या रुकते हुए झटके लगने की समस्या खत्म हो गई है। शौचालय आधुनिक डिजाइन पर आधारित है और इसमें वाशबेसिन के नल का बटन पैर से दबाने वाला है।

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 2300 करोड़ रुपये की तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित कीं। इन परियोजनाओं में रूमा चकेरी -चंदेरी तीसरी लाइन परियोजना, जौनपुर -अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के जौनपुर -तुलसी नगर, अकबरपुर-अयोध्या, सोहावल -पटरंगा और सफदरगंज-रसौली खंड और मल्हौर-डालीगंज रेलवे खंड का दोहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना शामिल हैं।

इस तरह श्री मोदी के हाथों अयोध्या को रेलवे की अनेक महत्वपूर्ण सौगातें मिलीं।