प्रयागराज, विश्व हिन्दू परिषद ने कहा है कि अतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अशोक सिंहल के संघर्ष का परिणाम है कि आज देश में अयोध्या में राममंदिर निर्माण की मांग उठने लगी है। विहिप महानगर मीड़िया प्रभारी अश्वनि मिश्र ने यहां कहा कि अब भले ही सिंहल नहीं हैं. लेकिन उनकी जन्म और कर्मभूमि प्रयागराज आंदोलन को ऊर्जा देगी। विहिप ने 25 नवंबर को अयोध्या में जिस धर्मसभा का आयोजन किया हैए उसमें संघ के सभी अनुषांगिक संगठन अपना सहयोग देंगी।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि 25 नवम्बर को एक ही समय एक बजे अयोध्याएनगपुर और बेंगलूरू में धर्म सभा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश से अयोध्या में दो लाख से अधिक लोग शामिल जिसमें प्रयागराज जिले से करीब दस हजार लोग शिरकत करेंगे। मिश्र ने कहा कि तीन नवंबर को दिल्ली में हुए संतों के सम्मेलन में अयोध्या में राममंदिर निर्माण का धर्मादेश जारी होने की तपिश प्रयागराज में भी महसूस की जा रही है। संघ परिवार ने अयोध्या में प्रस्तावित धर्मसभा के लिए मंडल स्तर पर बैठक शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि संघ के नेता और कार्यकर्ता अपनी रणनीति के तहत अपने.अपने क्षेत्र में जाकर अयोध्या में मंदिर निर्माण की आवश्यकता पर बल देंगे। कार्यकर्ता हिंदू जनमानस को इस बात के लिए तैयार करेंगे कि ष्अभी नहीं तो कभी नहीं।ष् अगर इस दौर में मंदिर का निर्माण नहीं संभव हो पाया तो आगे आने वाला समय कठिनाइयों भरा हो सकता है।