अयोध्या, उत्तर प्रदेश में राम नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रमुख स्थानों पर डिस्प्ले कियोस्क लगाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालु राम मंदिर और हनुमानगढ़ी समेत अन्य मठ-मंन्दिरों के खुलने की टाइमिंग से लेकर उनकी दूरी तक आसानी से जान सकेंगे।
अधिकृत सूत्रों ने बुधवार को बताया कि इस पहल के तहत, चार महत्वपूर्ण जगहों पर डिस्प्ले कियोस्क लगाए जाएंगे, जिनमें रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट शामिल हैं। ये कियोस्क वास्तविक समय के अपडेट और निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करते हुए ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन संबंधी जानकारी प्रदान करेंगे।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद ने इस परियोजना को लागू करने के लिए काम शुरू कर दिया है। सफलता मिलने पर अन्य स्थानों पर भी डिस्प्ले कियोस्क लगाए जाएंगे। यह परियोजना अयोध्या के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगी।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष शर्मा ने बताया “ हमारा उद्देश्य अयोध्या के श्रद्धालुओं को एक सुविधाजनक और सूचनात्मक अनुभव प्रदान करना है। डिस्प्ले कियोस्क लगाने से श्रद्धालु आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और अपने यात्रा को अधिक सुविधाजनक बना सकेंगे। यह परियोजना अयोध्या के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा देने में मदद करेगी। डिस्प्ले कियोस्क पर्यटकों को अयोध्या के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे और उन्हें शहर के विभिन्न आकर्षणों के बारे में बताएंगे। योगी सरकार की यह नई पहल अयोध्या के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगी। यह परियोजना शहर के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा देने में मदद करेगी। एक कियोस्क की ढाई लाख के करीब है।”
कियोस्क पर एक टच स्क्रीन इंटरफेस होगा, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। कियोस्क पर वॉइस कमांड की सुविधा भी हो सकती है, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा कियोस्क पर एक क्यूआर कोड स्कैनर भी हो सकता है, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक अपने मोबाइल फोन के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा होगी, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक ऑनलाइन जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
कियोस्क पर एक पॉवर बैकअप सिस्टम होगा, जिससे बिजली कटौती की स्थिति में भी कियोस्क संचालित रहेगा। कियोस्क पर एक सुरक्षा सिस्टम होगा, जिससे कियोस्क को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को रोका जा सकेगा। कियोस्क पर नियमित अपडेट किए जाएंगे, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक को नवीनतम जानकारी प्राप्त हो सकेगी।