गुवाहाटी,असम के प्रख्यात, नाटककार, साहित्यकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता रत्न ओझा का आयु संबंधी बीमारियों के कारण गुवाहाटी में उनके आवास पर निधन हो गया। ओझा के पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। ओझा 88 वर्ष के थे। उनकी बेटी ओइनीतोम गुवाहाटी में पत्रकार हैं।
सूत्रों ने बताया असम के सांस्कृतिक अगुवा कहे जाने वाले ओझा नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य में जारी विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से शामिल थे। उन्होंने निधन से तीन दिन पहले भी रैलियों को संबोधित किया था।
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ओझा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “मशहूर नाटककार, साहित्यकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता रत्न ओझा के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। उनके निधन के साथ ही असम ने महान व्यक्ति को खो दिया। हमारी सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।”