नई दिल्ली, कांग्रेस सांसद पी.एल. पुनिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर भारतीय प्रबंधन संस्थानों (आईआईएम) में रिक्त निदेशक के पदों को आरक्षण व्यवस्था के अनुसार भरने के मांग की है।
पुनिया ने बताया कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने देश को सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान आईआईटी, आईआईएम, एम्स दिए। यहां से निकले छात्रों ने विश्व में कड़ी प्रतिस्पर्धा दी जिसमें दलित छात्र भी आगे रहे। हर बड़ी कंपनी आईआईएम से निकले छात्रों को लेने के लिए कतार में लगी रहती हैं। लेकिन देश के 20 आईआईएम में से आधे में डायरेक्टर के पद खाली पड़े हैं। बैंगलूरू को छोड़कर सभी 9 नए आईआईएम में निदेशक के पद खाली हैं और ये इनमें से ज्यादातर संस्थान अस्थाई कैम्पस में चल रहे हैं। पुनिया ने कहा कि आईआईएम ने संविधान में दिए गए आरक्षण के प्रावधान को स्वीकार कर लिया है और अब फैकल्टी की भर्ती में आरक्षण व्यवस्था लागू कर दी जाएगी, लेकिन यह व्यवस्था निदेशक पद पर भी लागू होनी चाहिए। रिक्त 10 निदेशक पदों में अनुसूचित जाति को पर्याप्त स्थान दिया जाना चाहिए।