गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि आजादी के बाद से अब तक वनटांगिया समुदाय के लोग अपने अधिकारों से वंचित रहे और अब उनकी सरकार इस समुदाय के बाहुल्य वाले गांवों को राजस्व ग्राम घोषित करके उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगी।
योगी ने नव वर्ष के अवसर पर महाराजगंज जिले के वनटांगिया गांवों को विकास और बुनियादी सुविधाओं की सौगात देने से पहले गोरखपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘उनकी सरकार वनटांगिया लोगों को बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लेकर अब तक वनटांगिया समुदाय के लोग अपने अधिकारों से वंचित रहे हैं। राजस्व गांव में सम्मिलित होने से इन जनजातीय लोगों को विकास की मुख्य धारा में जुड़ कर विकास की योजनाओं का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे चरण में अन्य 47 वनटांगिया बहुल गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा मिल जाएगा। इस प्रकार प्रदेश में कुल 65 वनटांगिया राजस्व गांव हो जाएंगे। उन्होंने कहा उनकी सरकार प्रदेश के 1625 अन्य गांवों को भी राजस्व ग्राम की फेहरिस्त में शामिल करने की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने आज सुबह गोरखनाथ मंदिर में लगभग 300 फरियादियों की समस्याओं से संबंधित पत्र लेते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके निस्तारण के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों के साथ मकर संक्रांति, खिचड़ी मेला और 11 से 13 जनवरी तक आयोजित हो रहे गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों की प्रगति की जानकारी भी प्राप्त की।