बेलफास्ट, घातक गेंदबाजी और शानदार बल्लेबाजी की बदौलत मेजबान आयरलैंड ने यहां सोमवार को तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में जिम्बाब्वे को सात विकेट से हरा दिया। दूसरा मैच बारिश के कारण रद्द होने से सीरीज हालांकि 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई।
टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम 34 ओवर में 131 रन पर ऑलआउट हो गई, जबकि मेजबान आयरलैंड ने डकवर्थ लुईस (डीएलएस) के हिसाब से मिले 32 ओवर में 118 रन के लक्ष्य को 22.2 ओवर में ही तीन विकेट गंवा कर हासिल कर लिया। इस सफल टारगेट चेज में अनुभवी सलामी बल्लेबाज पॉल स्टर्लिंग (43) और कप्तान एंड्रयू बालबिर्नी (34) का अहम योगदान रहा। स्टर्लिंग ने जहां पांच चौकों और दो छक्कों की बदौलत 40 गेंदों पर 43, वहीं बालबिर्नी ने पांच चौकों की मदद से 43 गेंदों पर 35 रन बनाए। जिम्बाब्वे की ओर से केवल कप्तान क्रेग इर्विन (57) ही बल्ले से अच्छे दिखे। उन्होंने सात चौकों और एक छक्के के सहारे 65 गेंदों पर 57 रन की पारी खेली।
बल्लेबाजी में प्रभावशाली प्रदर्शन से पहले आयरलैंड ने घातक गेंदबाजी से जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। एंडी मैकब्राइन और जोशुआ लिटिल सबसे सफल गेंदबाज रहे। ऑफ ब्रेक गेंदबाज मैकब्राइन ने आठ ओवर में 26 रन देकर तीन और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज लिटिल ने आठ ओवर में 33 रन देकर तीन विकेट लिए। इसके अलावा सिमी सिंह ने दो और शेन गेटकेट ने एक विकेट लिया। मैकब्राइन को शानदार गेंदबाजी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’, जबकि आयरलैंड के सलामी बल्लेबाज विलियम पोर्टरफील्ड को सीरीज में 91 रन बनाने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया।