लखनऊ, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने सर्वसम्मति से आरएसएस के खिलाफ ए.बी.एस.एस. थिन्क टैंक बनाने की घोषणा की है। राज्य स्तरीय थिन्क टैंक में शामिल नामों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। समिति द्वारा आरक्षण बचाओ सम्मान बचाओ, आरक्षण विरोधी सरकारों को रिवर्ट कराओ राज्य स्तरीय सम्मेलन में इस आशय की घोषणा की गई है।
पूरे प्रदेश से हजारों की संख्या में उमड़े आरक्षण समर्थकों में प्रदेश की केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारजगी दिखाई दी है। आरक्षण समर्थकों ने सर्वसम्मति से यह मांग उठायी कि मोदी सरकार अविलम्ब पदोन्नतियों में 117वां लम्बित पदोन्नति आरक्षण संवैधानिक संशोधन बिल पास कराये। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल बाबा साहब के नाम पर देश के दलित समाज को गुमराह कर रहे हैं। वास्तव में यदि वह दलितों के हितैषी होते तो अब तक लोकसभा में लम्बित पदोन्नति संवैधानिक बिल पास हो गया होता।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा द्वारा विशाल सम्मेलन में महत्वपूर्ण 9 प्रस्ताव रखे गये, जिनका संघर्ष समिति के संयोजकों इं के बी राम, डा रामशब्द जैसवारा, आर पी केन, अनिल कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, दिनेश कुमार, रीना रजक, कृपा शंकर ने समर्थन किया। सभा में पास किए गए महत्वपूर्ण प्रस्ताव में लोकसभा में लम्बित 117वां पदोन्नति संवैधानिक संशोधन बिल को इसी बजट सत्र में पास कराने तथा सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित संवैधानिक पीठ एम नागराज केस के तहत उ.प्र. सरकार तत्काल एक कमेटी गठित कर सर्वेक्षण कराये और पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था बहाल करानें की मांग की गई। यह भी मांग की गई कि यूपी में गलत तरीके से रिवर्ट कार्मिकों को तत्काल पुनस्र्थापित किया जाय। पिछड़े वर्ग को भी पदोन्नतियों में आरक्षण की बहाली की जाय। आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डाला जाय।समिति के सदस्यों ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार सपा से गुपचुप मिली हुई, जिसके कारण पदोन्नति बिल पास नहीं हो पा रहा है।
जिस प्रकार से आरएसएस द्वारा आरक्षण पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है अब उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एबीएसएस 7 सदस्यीय थिन्क टैंक बनाने का निर्णय लिया है, जो प्रदेश के सभी जिलों में आरक्षण समर्थक प्रचारक बनायेंगे।प्रचारक आरएसएस व मोदी सरकार द्वारा चलाये जा रहे आरक्षण विरोधी गुपचुप षडयंत्र का खुलासा करेंगे। पूरे प्रदेश में घर-घर तक जागरूकता फैलाने के लिए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति द्वारा 50 लाख टोपियां बांटने का लक्ष्य रखा गया है।