पणजी, गोवा में आरएसएस के प्रांत संघ चालक पद से हटाए गए सुभाष वेलिंगकर को लेकर राज्य में संघ दो भागों में विभाजित हो गया है। कुछ पदाधिकारियों सहित भारी संख्या में संघ कार्यकर्ताओं ने वेलिंगकर द्वारा गठित समानांतर इकाई के प्रति अपना समर्थन जताया है।
इतना होने के बावजूद अभी भी ढेरों ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हैं, जो संघ से नाता तोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। गोवा में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी दत्ता भीखाजी नाइक का कहना है, मैं अभी भी नागपुर मुख्यालय वाले संघ से जुड़ा हूं। आप इस तरह से अलग आरएसएस प्रांत इकाई गठित नहीं कर सकते हैं। जिस ग्रुप ने ऐसा किया है, मैं उसके साथ नहीं हूं। उनका कहना है कि वह भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) की मांगों का समर्थन करते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वह आरएसएस को छोड़ देंगे।
स्कूली पढ़ाई में क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व दिलाने के लिए वेलिंगकर ने बीबीएसएम गठन किया है। इसका गोवा की भाजपा सरकार से टकराव इस कदर बढ़ गया कि संघ ने वेलिंगकर की छुट्टी कर दी। इसके बाद मंच के नेताओं ने अगला चुनाव लड़ने के लिए अलग राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। शिवसेना की गोवा इकाई ने भी वेलिंगकर का समर्थन किया है।