इटावा , उत्तर प्रदेश की योगी सरकार चंबल में बीहड़ों के स्थापित इटावा सफारी पार्क में पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने के मकसद से पार्क का प्रमोशन करेगी ।
सूबे के वन एवं जंतु,पर्यावरण मंत्री के.पी.मलिक ने बुधवार को पत्रकारो से बातचीत में कहा कि इटावा सफारी पार्क देश दुनिया के लिए बेहद अहम और महत्वपूर्ण है। इसीलिए तय किया गया है कि इटावा सफारी पार्क का सरकार प्रमोशन करेगी जिस ढंग का सफारी का निर्माण किया गया है । वैसा सफारी का प्रमोशन नहीं हो पाया था । इस कारण से देशी विदेशी पर्यटकों का उम्मीद के मुताबिक इटावा सफारी पार्क में आना संभव नहीं हो सका है इसीलिए तय किया गया है कि इटावा सफारी पार्क का प्रमोशन किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक इटावा सफारी पार्क पहुंचकर के आनंदित हो सके।
पार्क के उप निदेशक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सफारी के प्रमोशन के लिहाज से होर्डिंग और बैनर लगाने की जगह का निर्धारण कर लिया गया है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तीन, कानपुर आगरा हाइवे पर तीन और इटावा शहर के इंट्री प्वाइंट पर तीन जगह लगाए जाएंगे। पर्यावरण राज्यमंत्री के निर्देश मिलने के बाद इटावा सफारी पार्क प्रबंधन सफारी का प्रमोशन करने की प्रक्रिया में जुट गया है। अति शीघ्र सफारी के प्रमोशन से जुड़े हुए हार्डिंग बैनर और पोस्टर जगह-जगह लगे हुए नजर आने लगेंगे।
इटावा सफारी का पूरे प्रदेश में प्रचार किया जाएगा जिससे यहां पर्यटकों की संख्या अधिक से अधिक संख्या में बढ़े। उन्होंने बताया कि सफारी का आकर्षण बढ़ाया जाएगा। अभी इटावा सफारी के बारे में प्रदेश के कई जिलों में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए उन्होंने सफारी के अधिकारियों से कहा है कि आसपास के जिलों में तथा पूरे प्रदेश में सफारी का प्रचार किया जाए। होर्डिग्स लगवाई जाए तथा गोष्ठी की जाए जिससे लोगों को सफारी के बारे में पता चले। तब वे भी सफारी को देखने के लिए इटावा आएगें और पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी।
साल 2012 में समाजवादी सरकार में इटावा सफारी पार्क का निर्माण हुआ था और उसके बाद से लगातार इस बात की चर्चा आम रही है कि इटावा सफारी पार्क को लेकर के योगी सरकार संजीदा नहीं है लेकिन अब ऐसा देखा जा रहा है कि योगी सरकार इटावा सफारी पार्क पर अपनी मेहरबानी दिखा रही है जिसको लेकर के नए राजनीतिक आयाम भी निकालें जा सकते है।