नई दिल्ली, गुजरात के सौराष्ट्र से मध्यप्रदेश के भोपाल, छत्तीसगढ़ के रास्ते उत्तराखंड के मुक्तेश्वर पहुंचे बदरा राजस्थान की ओर मुंह मोडऩे को तैयार हो गए है।
72 घंटे में पूर्वी राजस्थान के रास्ते प्रदेश में दस्तक दें सकते है। मौसम विशेषज्ञों ने मानसून की स्थिति उसके सिस्टम पर निर्भर करती है। अगर उसकी गति कमजोर रहती हैं तो वह डूंगरपुर, झालावाड़, उदयपुर होते हुए क्रॉस करके आगे निकलेगा। फिलहाल पूर्वी राजस्थान से प्रवेश के संकेत नजर आ रहे है।
मौसम विभाग के निदेशक शिवगणेश का कहना हैं कि मानसून हवाए यू शेप में घूमती है। फिलहाल इसमें लो प्रेशर एरिया बना हुआ है। जिससे प्रदेश में प्रवेश की पूरी संभवनाए बनी हुई है। राजस्थान देश के नोर्थ-वेस्ट जोन में शामिल है। पूरे जोन में इस बार 94 फीसदी बारिश के संकेत नजर आ रहे है। लबे समय तक रहेगी। प्रदेश की स्थिति जल्द साफ हो जाएगी।