नयी दिल्ली, दो पार्टियों के सांसद आज बीजेपी मे शामिल हो गये। तेलंगाना से कांग्रेस के पूर्व सांसद आनंद भास्कर रापोलू तथा गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद प्रवीण कुमार निषाद गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए ।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि दोनों नेताओं का अपने इलाकों में काफी प्रभाव है और ये मोदी सरकार की नीतियों में भरोसा होने के कारण भाजपा में शामिल हुए हैं ।रापोलू तेलंगाना आंदोलन से जुड़े रहे और उन्होंने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ी थी ।
प्रवीण निषाद गोरखपुर से पिछले उपचुनाव में विजयी हुए थे जब उन्होंने भाजपा के खिलाफ सपा और बसपा से हाथ मिला लिया था। प्रवीण निषाद के पिता संजय निषाद, निषाद पार्टी के प्रमुख हैं । पिछले उपचुनाव में वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे । हालांकि, बाद में संजय निषाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आई क्योंकि सपा उन्हें अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ाना चाहती थी जबकि वे निषाद पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ना चाहते थे ।
भाजपा ने अभी तक गोरखपुर सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। गोरखपुर सीट को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर योगी 1998 से जीत दर्ज करते रहे हैं । निषाद के भाजपा में शामिल होने के बाद अब गोरखपुर से उनका भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। निषाद पार्टी का गोरखपुर के साथ ही बस्ती, महाराजगंज, देवरिया और डुमरियागंज में अच्छा प्रभाव है।
नयी दिल्ली, दो पार्टियों के सांसद आज बीजेपी मे शामिल हो गये। तेलंगाना से कांग्रेस के पूर्व सांसद आनंद भास्कर रापोलू तथा गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद प्रवीण कुमार निषाद गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए ।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि दोनों नेताओं का अपने इलाकों में काफी प्रभाव है और ये मोदी सरकार की नीतियों में भरोसा होने के कारण भाजपा में शामिल हुए हैं ।रापोलू तेलंगाना आंदोलन से जुड़े रहे और उन्होंने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ी थी ।
प्रवीण निषाद गोरखपुर से पिछले उपचुनाव में विजयी हुए थे जब उन्होंने भाजपा के खिलाफ सपा और बसपा से हाथ मिला लिया था। प्रवीण निषाद के पिता संजय निषाद, निषाद पार्टी के प्रमुख हैं । पिछले उपचुनाव में वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे । हालांकि, बाद में संजय निषाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आई क्योंकि सपा उन्हें अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ाना चाहती थी जबकि वे निषाद पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ना चाहते थे ।
भाजपा ने अभी तक गोरखपुर सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। गोरखपुर सीट को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर योगी 1998 से जीत दर्ज करते रहे हैं । निषाद के भाजपा में शामिल होने के बाद अब गोरखपुर से उनका भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। निषाद पार्टी का गोरखपुर के साथ ही बस्ती, महाराजगंज, देवरिया और डुमरियागंज में अच्छा प्रभाव है।