समाजवादी पार्टी ने केन्द्र सरकार पर निशाना साध्ाते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध्ान की सरकार देश के सबसे बडे राज्य उत्तर प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैध्ारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश से 71 सांसद निर्वाचित है। इनसे राज्य के विकास मंे सहयोग और समर्थन की अपेक्षा है लेकिन दुर्भाग्य की बात है इस सांसदो और मंत्रियो ने कभी संसद मंे विकास की चर्चा तक नहीं की है। उन्हांेने कहा कि केन्द्र सरकार से तमाम परियोजनाओं के लिए 43 हजार करोड से ज्यादा की रकम मिलनी है लेकिन अभी तक लगभग 16़ 50 हजार करोड की ही मिल सकी है। यह वह पैसा है जो केन्द्र सरकार को पहले से तय हिस्सेदारी के तहत देना है। चैध्ारी ने कहा कि समन्वित ग्राम विकास योजना, प्रध्ाानमंत्री ग्राम सडक योजनाओं सहित तमाम योजनाएं इससे प्रभावित हो रही है। ऊर्जा विभाग ने 192 करोड रुपये और सिंचाई विभाग ने 14़51 करोड रुपये की मांग की है। सूखा राहत के लिए उत्तर प्रदेश् से 2100 करोड रुपये की मांग की गई है। वर्षा से बेहाल किसानांे के लिए केन्द्र से एक पैसे की राहत नही मिली।
उन्होने आरोप लगाया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं के मद मंे केन्द्रीय सहायता मंे जबर्दस्त कटौती कर दी गई है और केन्द्र की 75 से 100 फीसद मिलने वाली राशि को 60-40 मंे बदल दिया गया है। आंगनबाडी कार्यक्रम इससे बुरी तरह प्रभावित होगा। इससे पहले केन्द्र का हिस्सा 90 और राज्य का 10 फीसद था। अब इसमंे 50-50 का अनुपात कर दिया गया है। चैध्ारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार केन्द्र सरकार से उत्तर प्रदेश के विकास मंे सहयोग की मांग उठाते रहे हंै लेकिन केन्द्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रखा है। उन्हांेने कहा कि इसके बावजूद राज्य के संसाध्ानांे से समाजवादी सरकार तमाम विकास योजनाओं को पूरा कर रही है1