लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा के संभवतः अंतिम सत्र के दूसरे और अंतिम दिन की कार्यवाही विपक्षी दलों के हंगामे के बीच चालू वित्त वर्ष के लिए 1683 करोड़ रूपये के द्वितीय अनुपूरक बजट तथा अगले वित्त वर्ष के पहले पांच महीने के लिए एक लाख 34 हजार 845 करोड़ रूपये से अधिक की लेखानुदान मांग पारित किये जाने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही भाजपा और बसपा के सदस्य आसन के सामने आ गये और खराब कानून-व्यवस्था, झूठी घोषणाओं एवं योजनाओं के लोकार्पण को लेकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में बैनर भी थे। भाजपा सदस्यों ने बुलन्दशहर बलात्कार काण्ड मामले में विवादास्पद टिप्पणी करने वाले कैबिनेट मंत्री आजम खां के इस्तीफे की मांग दोहरायी। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपने-अपने स्थान पर बैठने को कहा लेकिन हंगामा थमते ना देख उन्होंने सदन की कार्यवाही पहले 20 मिनट के लिये और फिर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। लगातार दूसरे दिन विधानसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका। सदन की बैठक पुनः शुरू होने पर तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता और कई पूर्व दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गयी मगर इसके तुरंत बाद विपक्षी दलों का हंगामा शुरू हो गया। बीच बीच में सत्ता पक्ष की ओर से नोटबंदी पर चर्चा की मांग उठायी गयी। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने कार्यसूची पर निर्धारित विधायी कार्य निपटाये। इस दौरान चालू वित्त वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट तथा अगले वित्त वर्ष के पहले पांच महीने के लिए अंतरिम बजट एवं तत्संबंधी लेखानुदान मांग पारित करायी गयीं। इसके बाद नारेबाजी और हंगामा थमते ना देख अध्यक्ष ने प्रदेश के 16वीं विधानसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।