दुबई, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बचे हुए सत्र के लिए ऋषभ पंत दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान बने रहेंगे। टीम के नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर कंधे की चोट के बाद मैदान पर वापस लौट आए हैं।
मार्च में अय्यर चोटिल हो गए थे और उन्होंने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया था, जिसके बाद पंत को कप्तान बनाया गया था। इसके बाद उनके पूरे आईपीएल 2021 से बाहर रहने की उम्मीद थी, लेकिन कोविड-19 और मई की शुरुआत में बीच में ही आईपीएल के रूकने की वजह से उन्हें ठीक होने का मौका मिल गया।
उन्होंने, “हमारा पहले दौर में अच्छा प्रदर्शन इसीलिए हुआ था कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला और हमने मेहनत की थी, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि अभी हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेला है।”
कैपिटल्स ने गुरुवार शाम को जानकारी दी कि पंत को उप कप्तान से कप्तान बनाया गया था, उनके पास पहले आईपीएल में कप्तानी का कोई अनुभव नहीं था, इसके बावजूद उन्होंने कैपिटल्स को टूर्नामेंट के पहले लेग में अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचाया और आठ मैचों में छह मैच जीते।
प्रमुख कोच रिकी पोटिंग ने पहले ही कहा था कि यूएई में यह जरूरी था कि टीम नई शुरुआत करे। उन्होंने कहा था, “यह मायने नहीं रखता है कि पहले दौर में हमने क्या किया। हमें अच्छा क्रिकेट खेले हुए अब चार महीने हो गए हैं, हमें दोबारा से शुरुआत करनी होगी।”
पोंटिंग ने कहा, “अय्यर का वापस आना टीम के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद है। उनका एटि्टयूड अलग किस्म का है। मैंने उनसे बात की है और उसकी ट्रेनिंग भी अच्छी रही है। वह मैदान पर वापसी को लेकर उत्सुक है, वह रन बनाना चाहता है और मैच जिताना चाहता है। वह विश्व स्तरीय खिलाड़ी है और उनका हमारी टीम से जुड़ना वाकई बहुत अच्छा है।”
अय्यर ने आईपीएल 2018 के मध्य में कप्तानी संभाली थी, जब गौतम गंभीर टूर्नामेंट के बीच में ही कप्तानी से हट गए थे। इसके बाद पंत और अय्यर दोनों ही कप्तानी के दावेदार थे। अय्यर ने टीम की कप्तानी की और 2019 में प्लेऑफ़ तो 2020 के फ़ाइनल में टीम को पहुंचाया, जहां उन्हें मुंबई इंडियंस के हाथों शिकस्त मिली थी। खुद अय्यर भी 2020 में रन बनाने के मामले में चौथे नंबर पर थे।
इसके बाद जब पंत को कप्तानी मिली तो वह भी अय्यर की ही तरह 23 वर्ष के थे। वह विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, सुरेश रैना और अय्यर के बाद आईपीएल के पांचवें सबसे युवा कप्तान बने थे।